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मुख्यमंत्री सर्वानंद सोनोवाल ने यहां आयोजित द्वितीय एशिया-भारत युवा सम्मेलन के उद्घाटन के मौके पर अपने उद्गार में कहा कि एक्ट ईस्ट पालिसी ने असम और पूर्वोत्तर को एक एेसा केंद्र बना दिया है, जिससे अन्य एशियाई देशों का भारत के साथ आपसी संबंध में मजबूती लाई जा सके। उन्होंने इस बात को रेखांकित करते हुए कहा कि इस क्षेत्र के बहुपक्षीय संबंधों को मजबूत करने के लिए एशियाई देशों के बीच आपसी सहयोग बहुत जरूरी है।

उन्होंने कहा कि मौजुदा समय में 10 एशियाई देशों और तीन बीबीएन देशों के बीच वैश्विक आदेश और दोस्ताना संबंधों के मद्देनजर कारोबार एवं वाणिज्य, शिक्षा स्वास्थ्य, संपर्क एवं समाजिक-सास्कृतिक एकता आदि को प्रोत्साहित करने और सुदृढ़ बनाने के लिए इसके महत्व को समझना बहुत जरूरी है। भारत एवं एशियाई देशों में युवा नेतृत्व के विकास पर चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि गुवाहाटी में आयोजित द्वितीय एशिया-भारत युवा सम्मेलन सिर्फ क्षेत्रीय विकास को सुदृढ़ बनाने में मददगार साबित होगा बल्कि इसका हमारे युवा वर्ग को भी इसमें हाथ बटाने में प्रोत्साहन मिलेगा।

उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री सोनोवाल ने अपने संक्षिप्त भाषण में इस क्षेत्र के मानव संसाधन, अध्यात्मिक संसाधन, पर्यटन संसाधन की उपलब्धता पर भी चर्चा की और देश के सूचना तकनीक को देश का सबसे प्रमुख संसाधन बताते हुए युवा वर्ग से अपील की है कि वे यहां इसका विस्तार करने के लिए सहयोग करें। उन्होंने कहा कि मौजूदा समय में हमारा देश प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की दुरदर्शि नेतृत्व के कारणअसम आज विकास के मार्ग पर अग्रसर है और हम सभी को उन्हें प्रगति के स्वप्न को साकार करने में आगे आना चाहिए।

उन्होंने यह भी कहा कि प्रधानमंत्री पुर्वोत्तर क्षेत्र को एक्ट ईस्ट पालिसी का ह्र्दय मानते हैं। उन्होंने यह बताया कि कई एशियाई देशओं की राजधानी गुवाहाटी से उडान भरने वाली वायुयानों के लिए मात्र दो हजार किलोमीटर के भीतर है। इसलिए इसका भी विकास के मामले में प्रभावी असर पड़ेगा।
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