कोरोना वायरस पीड़ितों के इलाज में इप्का लैबोरेटरीज की हाईड्रोक्सीक्लोरोक्वीन सल्फेट मेडिसिन काफी असरकारी साबित हो रही है। इसका फाइनल बेस रॉ मटेरियल रतलाम प्लांट में तैयार हो रहा है और दवाएं सिक्किम प्लांट में बन रही हैं। कंपनी अब तक 91 लाख टेबलेट बनाकर सरकार को दे चुकी है। इनमें से 75 लाख केंद्र सरकार और 16 लाख मप्र सरकार को सप्लाई की है।

देश के 27 राज्यों में फैल चुके कोरोना वायरस के पीड़ितों के इलाज के लिए डॉक्टर खासतौर पर इसके साथ दूसरी दवाइयों का डोज बनाकर उपचार कर रहे हैं। खास बात यह है कि संक्रमण के खतरनाक स्टेज में पहुंच चुका अमेरिका भी अब मेडिसिन मंगाने को तैयार हो गया है। फिलहाल कंपनी ने उन्हें मना कर दिया है, वह देश में मेडिसिन की आपूर्ति करेगी।


इप्का लैबोरेटरीज के वाइस प्रेसीडेंट दिनेश सियाल ने बताया सरकार की मांग पर कंपनी अभी प्राथमिकता के आधार पर यही टेबलेट बना रही है। इसके लिए रतलाम, इंदौर, महाड़ और सिक्किम प्लांट में चार हजार कर्मचारी 24 घंटे काम कर रहे हैं। आवश्यक केमिकल का लगभग डेढ़ माह का स्टॉक है।