झारखंड के गोड्डा जिले के लोगों के लिये आज का दिन काफी महत्वपूर्ण है।  आज आजादी के बाद गोड्डा में एक नया इतिहास बनने वाला है। आजादी के बाद पहली बार गोड्डा के लोगों का सपना पूरा होने जा रहा है।  बुधवार को गोड्डा रेलवे स्टेशन का ना केवल उद्घाटन होगा बल्कि इस स्टेशन से उद्घाटन समारोह में ही पहली बार नई दिल्ली तक के लिये हमसफर एक्सप्रेस से जिले के लोग यात्रा करेंगे।  

21 बोगियों वाला पूरा वातानुकूलित कोच गोड्डा से यात्रियों को लेकर नई दिल्ली तक की सफर 24 से 25 घंटे में पूरी करेगी।  इस दौरान गोड्डा के यात्री पोड़ैयाहाट, हंसडीहा, बौंसी बाराहाट, भागलपुर के बाद क्यूल, नवादा, गया, सासाराम, कानपुर होते हुए नई दिल्ली तक के लिये सफर करेंगे। 

गोड्डा में रेल परियोजना पहली बार गोड्डा सांसद डॉ निशिकांत दूबे ने 2011-12 में कैबिनेट में पास करायी और यह परियोजना देखते ही देखते आगे की ओर बढते चला गया।  हालांकि गोड्डा रेल को लेकर जिले के कई संगठन तथा कई नेता बांहे फुला फुला कर अपनी वाहवाही लूटने में लगे हैं, मगर गोड्डा जिले के लोगों के साथ-साथ पूरी जनता की बात मानें तो गोड्डा जिले को रेल की सौगात संसद में गोड्डा सांसद डॉ निशिकांत दूबे के जोरदार तरीके से उठाने के बाद ही मिल पाई ।  

हालांकि यह सच है कि उस वक्त केंद्र में मनमोहन सरकार थी।  उस सरकार में भी विपक्षी सांसद के रूप में गोड्डा जिला को लगातार रेलवे लाइन से अछुता रखने की बातों को लहराते हुए सरकार के समक्ष इस मामले पर अविलंब गोड्डा में रेल हो इसकी मांग की थी। 

 हालांकि गोड्डा को रेल मिले इसके लिये गोड्डा में पर्याप्त खनी राजस्व के तौर पर ललमटिया जैसे कोल परियेाजना का भी उदाहरण श्री दूबे ने सदन में 2011-12 में दी थी।  निशिकांत दूबे के प्रश्न उठाये जाने के बाद सरकार ने बजट में गोड्डा रेलवे परियोजना को शामिल कर लिया।