बंगाल विधानसभा चुनाव के लिए मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने तृणमूल कांग्रेस (TMC) के 291 उम्मीदवारों की लिस्ट जारी कर दी है और जब ले लिस्ट जारी हुई है तब TMC में टिकटों को लेकर घमासान देखने को मिल रहा है। टिकट ना मिलने के कारण TMC के कई कद्दावर नेता भाजपा में शामिल हो रहे हैं। ममता बनर्जी ने कई सीटों पर नए चेहरों मैदान में उतारे हैं और 27 मौजूदा विधायक नेताओं को टिकट काट दिया है।


27 मौजूदा विधायकों ने टिकट काटे जाने से नाराज होकर टीएमसी से ही अपना इस्तिफा देकर भाजपा में शामिल हो रहे हैं। कुछ ममता के खिलाफ अब बगावत पर उतर आए हैं। बताया जा रहा है कि 50 से ज्यादा तृणमूल नेताओं ने भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष व बंगाल में पार्टी के बड़े नेता मुकुल रॉय से मुलाकात की है। जिससे कयास लगाए जा रहे हैं कि 50 TMC के नेता ममता से टिकट ना मिलने पर नाराज हैं और भाजपा में शामिल होने की  इच्छा जाहिर कर रहे हैं।


अगर 50 TMC के नेता भाजपा में चुनाव से पहले शामिल हो जाते हैं तो ममता  बनर्जी को जोरदार झटका लग सकता है। क्योंकि चुनाव से पहले इतनी तादात में नेताओं का विपक्ष में जाना पार्टी के लिए खतरा हो सकता और चुनावी राह मुश्किल हो सकती है। हाल ही में तृणमूल कांग्रेस की कोर कमेटी के सदस्य व पार्टी के प्रवक्ता दिनेश बजाज ने TMC पार्टी के सभी पदों से इस्तीफा दे दिया है और बीजेपी में शामिल हो गए हैं। दिनेश ने आरोप लगाया कि “मुख्यमंत्री ममता बनर्जी हिंदी भाषियों का अपमान कर रही हैं।पूर्व विधायक बजाज तृणमूल की हिंदी प्रकोष्ठ के भी उपाध्यक्ष थे। ”