उत्तर प्रदेश के हाथरस जिले में दलित लड़की के साथ हुए गैंगरेप ने सारे देश को हिला कर रख दिया है। यूपी पुलिस ने भी इस केस में शर्मनाक हरकत की थी जिससे दलित परिवारों को बहुत ही आहत पहुंची है। इसी आहत को झेल नहीं पाने के करण हाथरस कांड  के बाद वाल्मीकि समाज के कम से कम 50 परिवारों के 236 लोगों ने धर्म परिवर्तन कर लिया है। उनका मानना है कि दलित होने से हमारी बहन बेटियों की इज्जत नहीं हो रही है।


इसी के कारण 236 लोगों ने बौद्ध धर्म अपना लिया है। जानकारी के लिए बता दें कि गाजियाबाद के करहेड़ा इलाके में 50 परिवार वालों ने बौद्ध धर्म को अपनाया है। बता दें कि बाबा साहब अंबेडकर के परपोते राजरत्न अंबेडकर की मौजूदगी में बौद्ध धर्म की दीक्षा ली है। परिवारों का आरोप है कि लगातार आर्थिक तंगी से जूझने के बावजूद इनकी कहीं सुनवाई नहीं होती है।


 
इस कांड से आहत धर्म परिवर्तन करने वाले बीर सिंह ने कहा कि 50 परिवारों के 236 लोगों ने बौद्ध धर्म अपना लिया है। इसके लिए कोई फीस नहीं ली गई है। उन्होंने कहा कि इन्हें भारतीय बौद्ध महासभा की तरफ से एक प्रमाण पत्र भी जारी किया गया है। उल्लेखनीय है कि वाल्मीकि समाज की लड़की से गैंगरेप के बाद उसकी हत्या की जिससे वाल्मीकि समाज ने जगह-जगह प्रदर्शन कर अपना विरोध भी जताया था।