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माल एवं सेवा कर (जीएसटी) से अर्थव्यवस्था के औपचारिकरण और उद्यमशिलता की भावना बढऩे से कोरोना महामारी के बावजूद वर्ष 2020-21 में नये कारोबार के पंजीयन में दहाई अंकों की बढोतरी दर्ज की गयी है और इस अवधि में कुल 195880 नये कारोबार पंजीकृत हुये। नये कारोबार के पंजीयन में कृषि और विनिर्माण क्षेत्र की हिस्सेदारी कुल मिलाकर सबसे अधिक रही है।
डन एंड ब्राडस्ट्रीट के एक अध्ययन के अनुसार कोरोना महामारी और इसको लेकर लगाये गये कठोर लॉकडाउन के बावजूद वर्ष 2020-21 में नये कारोबार के पंजीयन में 11.6 प्रतिशत की बढोतरी दर्ज की गयी है जबकि वर्ष 2015-16 में यह 7.8 प्रतिशत और वर्ष 2019-20 में यह 10.2 प्रतिशत रहा था। कृषि क्षेत्र से जुड़े कारोबार के पंजीयन में वर्ष 2020-21 में 103 फीसदी की बढोतरीहुयी है। इस क्षेत्र में कुल 12368 नये कारोबार पंजीकृत हुये जबकि इससे पिछले वित्त वर्ष में यह संख्या 6107 रही थी।
विनिर्माण क्षेत्र में नये कारोबार के पंजीयन में 50 फीसदी की बढोतरी हुयी है। कंपनी के वैश्विक मुख्य अर्थशास्त्री अरूण ङ्क्षसह के अनुसार कारोबार के प्रमुख स्थल मुंबई , दिल्ली, बेंगलुरू और चेन्नई जैसे शहरों के वजाय दूसरे शहरों में नये कारोबार के पंजीयन में बढोतरी हो रही है। उन्होंने कहा कि वर्ष 2020-21 में देश के 10 प्रमुख शहरों में मात्र 45 प्रतिशत नये कारोबार ही पंजीकृत हुये जबकि वर्ष 2016-17 में यह 55 प्रतिशत रहा था। रिपोर्ट के अनुसार वर्ष 2020-21 में पंजीकृत 96 प्रतिशत नये कारोबार की चूकता पूंजी 10 लाख रुपये तक है।
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