प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने अपने शीर्ष मंत्रियों के साथ एक महत्वपूर्ण बैठक की और नागालैंड के मोन जिले में नागरिकों के नरसंहार (Nagaland massacre) के मुद्दे पर चर्चा की है। विशेष रूप से, प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने नागालैंड में सुरक्षा बलों की गोलीबारी के कारण हुई मौतों पर शोक व्यक्त किया है।


प्रधानमंत्री (PM Modi)ने भी अभी तक नागालैंड की भीषण घटना की निंदा नहीं की है। नागालैंड के मोन जिले के ओटिंग गांव के कम से कम 13 कोयला खनिकों को सुरक्षा बलों ने मार गिराया क्योंकि एक उग्रवाद विरोधी अभियान (anti-insurgency campaign) बुरी से गलत था।असम राइफल्स (Assam Rifles) की गोलीबारी में एक और नागरिक की मौत हो गई, जब गुस्साई भीड़ मोन शहर में उनके शिविर में घुस गई और उनके शिविर के एक हिस्से में आग लगा दी। नागालैंड गोलीबारी की घटना और संबंधित जवाबी दंगों में आधिकारिक नागरिक मरने वालों की संख्या 14 है।
बाद में दिन में, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह (HM Amit Shah) भी भयावह नागालैंड नरसंहार मुद्दे पर संसद के दोनों सदनों को संबोधित करेंगे। इस बीच, नागालैंड की पुलिस ने राज्य के मोन जिले के ओटिंग गांव में बल के कमांडो द्वारा निर्दोष नागरिकों की हत्या के संबंध में अपनी स्वत: प्राथमिकी में 21 पैरा स्पेशल फोर्सेज ( Para Special Forces) को नामजद किया है। प्राथमिकी नागालैंड के मोन जिले के तिजिट पुलिस स्टेशन में दर्ज की गई है।