नागालैंड में एक संगठन ने अलग झंडे की मांग कर रहा है। लेकिन सरकार इसकी इजाजत नहीं दे रही है। इसी मामले पर नागालैंड के राज्यपाल आर एन रवि ने कहा कि भारत सरकार पूरी तरह से स्पष्ट है कि भारत में केवल एक राष्ट्रीय ध्वज और संविधान होगा। कोई भी व्यक्ति जो कुछ भी बोल रहा है, वह विपरीत झूठ बोल रहा है। वे लोगों को भ्रमित करने और भ्रमित करने की कोशिश कर रहे हैं। नागालैंड के 58 वें राज्य दिवस के मौके पर राज्य के लोगों का अभिवादन करते हुए रवि ने कहा।


इन्होंने कहा कि हम इतिहास के चौराहे पर खड़े हैं। आज लिया गया सही निर्णय हमारे भविष्य और आने वाली पीढ़ियों की नियति को निर्धारित करेगा। भारत सरकार ने कभी भी बात नहीं की है, देश की क्षेत्रीय अखंडता और संप्रभुता पर किसी के साथ बहुत कम बातचीत की है। इस महान राष्ट्र को विघटित करने वाले किसी भी दुस्साहस को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। 31 अक्टूबर, 2019 को नागा शांति वार्ता की तालिका के सभी मुद्दों पर आम समझ और नगालैंड के लोगों की निष्कर्ष पर पहुंचने के लिए उत्सुकता से इंतजार कर रहे हैं।


एनएससीएन (आई-एम) जो पिछले 23 वर्षों से केंद्र के साथ अलग-अलग नागा ध्वज और संविधान पर बातचीत कर रहा है। ताकि भारत-नागा मुद्दे का अंतिम समाधान हो सके। रवि ने कहा कि कुछ लोग हैं जो नागालैंड के लोगों की आकांक्षाओं के लिए एक मार्ग के रूप में खड़े हैं। उन्होंने लोगों से आग्रह किया कि लोगों की आवाज को सुनें और सच्ची लोकतांत्रिक भावना में उनकी इच्छाओं का सम्मान करें। उन्होंने कहा कि नगालैंड रक्तपात की राजनीति पर शांति की राजनीति की विजय का एक प्रमाण है।