नागालैंड में 'गलत‌ एनकाउंटर' (wrong encounter) की जांच कर रही सेना की एक टीम (Army team) बुधवार को मोन जिले के उसी जगह का दौरा करेगी जहां ‌पैरा-एसएफ कमांडोज़ ने 13 लोगों को मौत के घाट उतार दिया था. इस दौरान सेना की टीम प्रत्यक्षदर्शियों से मिलने की कोशिश करेगी और घटना से जुटे साक्ष्य जुटाने की कोशिश करेगी. 

खास बात ये है कि नागालैंड की कुछ स्थानीय संस्थाओं ने सेना को एनकाउंटर साइट पर सिविल कपड़ों में आने के लिए कहा है. कोनयेक स्टूडेंट्स यूनियन (Konyak Students Unio) ने इस शर्त पर सेना की टीम को एनकाउंटर साइट पर आने के लिए कहा है कि सेना के अधिकारी यूनिफार्म ना पहनकर आएं और अपने हथियार भी साथ लेकर ना आएं. 

रविवार को ही सेना की पूर्वी कमान (कोलकता) ने 4 दिसम्बर को नागालैंड में गलत एनकाउंटर में मारे गए 13 (कुल 14) लोगों के मारे जाने पर खेद जताया था. पूर्वी कमान ने बयान जारी कर बताया था कि सेना की जांच तेजी से चल रही है और राज्य सरकार द्वारा गठित एसआईटी को भी सहयोग कर रहे हैं. 

सेना ने स्थानीय लोगों से जांच में सहयोग की अपील की थी और घटना से जुड़े वीडियो/तस्वीर आदि साक्ष्य साझा करने के लिए दो नंबर शेयर किए थे. एक व्हाट्सअप नंबर है‌ +916026930283 और एक हेल्पलाइन नंबर है-- +913742388456

अपने बयान में सेना ने नागालैंड के नागरिकों को नई साल की शुभकामनाएं भी दी थीं. साथ ही 'भाईयों और बहनों' के साथ संबोधन करते हुए जांच पूरी होने का इंतजार होने के लिए कहा था. सेना ने मामले में कानून के मुताबिक इंसाफ दिलाने का भरोसा दिया है.