नगालैंड के उपमुख्यमंत्री यांथुंगो पैटन ने छात्र समुदाय से नगा समाज की बनावट को समाप्त कर रहे आदिवासीवाद और कबीलेवाद का विरोध तथा निंदा करने की अपील की। दीमापुर गवर्नमेंट कॉलेज ऑडिटोरियम में आयोजित दीमापुर लोथा छात्र संघ के स्वर्ण जयंती समारोह के अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में शनिवार को अपने संबोधन में पैटन ने कहा कि जनजाति या कबीले के आधार पर ब्लॉकों का विभाजन या गठन करना 21वीं सदी के आधुनिक समाज के लिए ठीक नहीं है। 

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उन्होंने कहा कि कबीला प्रणाली का उपयोग पहले अंतर-विवाह के लिए किया जाता था लेकिन इसका उपयोग विभाजन के लिए नहीं किया जाना चाहिए। उन्होंने समाज के प्रत्येक वर्ग, विशेष रूप से लोथा समुदाय से अपील की कि वे कबीलेवाद का प्रचार करने वाले किसी भी व्यक्ति का समर्थन न करें क्योंकि यह नागा समाज के विकास और एकता में एक बाधा है। 

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पैटन ने इस बात पर दुख व्यक्त किया कि शहरी क्षेत्रों में सांस्कृतिक परंपराएं अपना महत्व खो रही है और उन्होंने छात्रों से अपने घर-परिवार में अपनी मातृभाषा में बात करने अपील की। उन्होंने कहा कि आजकल के युवा नागा मातृभाषाओं में बातचीत करने के बदले नागामीज में ज्यादा बातचीत करते हैं जिससे नागा मातृभाषा खतरे में पड़ गई है। छात्रों से अपनी भाषा को संरक्षित करने की अपील करते हुए उन्होंने कहा कि माता-पिता को भी यह सुनिश्चित करना चाहिए कि उनके बच्चे अपने घर में अपनी मातृभाषा में ही बातचीत करें।