नागालैंड में शांति का संदेश फैलाने के लिए पैदल यात्रा करने वाले मणिपुर के एक नागा युवा वाईएस माशूगमी को कथित तौर पर KBRN के संगठन मुख्यालय में NSCN (IM) के आतंकवादियों ने पीट पीटकर अधमरा कर दिया है। बता दें कि नागालैंड के वाणिज्यिक केंद्र दीमापुर से हेब्रोन 35 किलोमीटर दूर है। सूत्रों ने कहा कि NSCN (IM) के कैडरों ने अपने शांति मार्च के दौरान माशुंगमी पर कब्जा कर लिया और उसे हेब्रोन ले गए।


भारतीय राष्ट्रीय ध्वज के प्रति सम्मान दिखाने के लिए उसे बेरहमी से प्रताड़ित किया है। एनएससीएन (आईएम) के विद्रोहियों ने कथित तौर पर शांति मार्च के दौरान भारतीय राष्ट्रीय ध्वज को ले जाने के लिए राष्ट्रविरोधी गतिविधियों में शामिल होने का आरोप लगाया। एक हाथ में राष्ट्रीय ध्वज लेकर और उसकी पीठ पर नागा ध्वज के साथ, दिसंबर को मश्ममी दीमापुर से चल रहे थे। 8 और अगले दिन कोहिमा पहुंचा। उन्होंने नागालैंड में राजनीतिक उथल-पुथल से परेशान होकर यात्रा शुरू की थी।



तन्खुल नागा जनजाति से ताल्लुक रखने वाले युवक, मणिपुर के उखरूल जिले के तेनीम गांव के रहने वाले हैं। यह दीमापुर में पले-बढ़े है। जानकारी के लिए बता दें कि केंद्र ने नेशनल सोशलिस्ट काउंसिल ऑफ नागालैंड-खापलांग (NSCN-K) पर प्रतिबंध को हटा दिया है लेकिन साथ में यह भी कहा कि NSCN-K की गैरकानूनी गतिविधियों पर अंकुश नहीं लगाया गया तो हिंसा, आतंकवादी और अलगाववादी गतिविधियों में बढ़त होगी। केंद्र ने NSCN-K को गैरकानूनी गतिविधियों को लेकर गैरकानूनी संगठन के रूप में घोषित किया है।