
पिछले साल 4 दिसंबर को नागालैंड के मोन में हुई दर्दनाक गोलीबारी की घटना की जांच पूरी कर ली गई है। सेना प्रमुख जनरल मनोज पांडे ने यह जानकारी दी।
जनरल पांडे ने कहा कि नागालैंड में सोम फायरिंग की घटना की सेना की जांच की रिपोर्ट फिलहाल कानूनी जांच के दायरे में है। सेना प्रमुख जनरल मनोज पांडे ने कहा, सोम घटना की जांच पूरी कर ली गई है। रिपोर्ट जमा कर दी गई है और कानूनी जांच के दायरे में है।
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सेना प्रमुख ने नागालैंड में मोन फायरिंग की घटना की जांच की रिपोर्ट के आधार पर दोषी पाए गए सैन्यकर्मी के खिलाफ कार्रवाई का आश्वासन दिया।
जनरल पांडे ने कहा, "यदि कोई कर्मी मानक संचालन प्रक्रियाओं और दिशानिर्देशों का पालन नहीं करता पाया जाता है तो सैन्य कानून की उचित प्रक्रिया के अनुसार कार्रवाई की जाएगी।
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आपको बता दें कि भारतीय सेना ने पिछले साल 4 दिसंबर को नागालैंड के मोन में गोलीबारी की घटना की उच्च स्तरीय जांच के आदेश दिए थे। सेना की जांच टीम का नेतृत्व एक मेजर जनरल रैंक के अधिकारी ने किया था।
नागालैंड के मोन में भारतीय सेना के 21 पैरा स्पेशल फोर्सेज के कमांडो की एक टीम ने एक असफल काउंटर-इंसर्जेंसी ऑपरेशन में 13 निर्दोष नागरिकों का 'नरसंहार' किया। विशेष बलों के कमांडो ने नागालैंड के 13 निर्दोष नागरिकों को आतंकवादी समझ कर गलती से मार गिराया था ।
अगले दिन नागालैंड के मोन में एक और नागरिक की मौत हो गई जब असम राइफल्स के जवानों ने प्रदर्शनकारियों की भीड़ पर गोलियां चला दीं जो सोम में अर्धसैनिक इकाई के बेस में घुस गए थे।
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