प्रवर्तन निदेशालय (ED ) ने NSCN (IM) के कुछ कथित प्रमुख नेताओं से जुड़ी चल संपत्तियों को कुर्क किया है। आरोपी उग्रवादियों की पहचान रायलुंग नसरंगबे, उनकी पत्नी रूथ चावांग और अपम मुइवा के रूप में की गई है। नसरंगबे एनएससीएन (आईएम) के स्वयंभू कर्नल और कोषाध्यक्ष हैं और अपम मुइवा संगठन के एटो किलोनसर (प्रधान मंत्री) के सचिव हैं।  6.88 करोड़ रुपये की संपत्ति बैंक बैलेंस, म्यूचुअल फंड और बीमा उत्पादों के रूप में है।

ED  ने जांच की, जो पिछले साल दिसंबर में राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) द्वारा दायर चार्जशीट पर आधारित है। नागा विद्रोही समूह ने कथित तौर पर मणिपुर और नागालैंड में एक सुव्यवस्थित जबरन वसूली रैकेट चलाया, जिसके परिणामस्वरूप सरकारी धन का उपयोग किया गया। यह संगठन मणिपुर में सड़क निर्माण परियोजनाओं में शामिल कंपनियों को कथित तौर पर धमका रहा है और अवैध 'कर' के रूप में भारी रकम इकट्ठा कर रहा है।

ईडी के अनुसार, मणिपुर में चार प्रशासनिक जिलों के संगठन के प्रभारी ने रायलुंग नसरंगबे को सूचना दी, क्योंकि वह "सामूहिक नेतृत्व" के कोषाध्यक्ष थे। वे वसूले गए धन को संग्रह के विवरण के साथ उसे जमा करेंगे। नसरंगबे ने कथित तौर पर सीधे तौर पर भारी मात्रा में धन एकत्र किया।

जबकि धन का एक बड़ा हिस्सा "सामूहिक नेतृत्व" की दिशा में खर्च किया गया था, बाकी को उनकी पत्नी रायलुंग नसरंगबे और अपम मुइवा के नाम पर रखे गए बैंक खातों में जमा किया जा रहा था। उसने रुथ चावांग के खातों से अपम मुइवा को कथित तौर पर फंड ट्रांसफर भी किया था।