इस समय भारत के कई राज्यों में कोरोना वायरस महामारी के कारण कई लोगों के बेरोजगार होने और खाद्य सामग्री खरीदने में आ रही है। इन्हीं मुश्किलों को देखते हुए मिजोरम के खेल मंत्री रॉबर्ट रोमाविया रॉयते और पूर्व मंत्री सी वुल्लुअइया मिसाल बनकर सामने आए हैं। इन्होंने अपने इलाके के गरीब लोगों के राशन का खर्च उठाने का बीड़ा उठाया है।

2018 के विधानसभा चुनावों में आइजोल पूर्व-द्वितीय निर्वाचन क्षेत्र से जीते रॉयते ने घोषणा की है कि वह आठ महीनों तक अपने क्षेत्र के 11,000 से अधिक गरीब लोगों के राशन का खर्च वहन करेंगे और वह अपने पैसे से यह खर्च उठाएंगे, न कि सरकारी निधि से।

खेल मंत्री ने मई में 11,087 लोगों के राशन का खर्च उठाया. मिजोरम में आइजोल पूर्व-द्वितीय क्षेत्र कोविड-19 से सबसे अधिक प्रभावित क्षेत्र है. आइजोल फुटबॉल क्लब के मालिक रॉयते ने कहा कि वह 2018 में विधानसभा चुनाव में निर्वाचित होने के बाद से ही गरीब लोगों के लिए अपना मासिक वेतन बचा रहे हैं.
इस बीच, पूर्व कानून मंत्री और प्रतिष्ठित पत्रकार सी वुल्लुअइया ने भी मई में आइजोल में दाव्रपुई वेंगटर क्षेत्र के 500 से अधिक गरीब परिवारों के राशन का खर्च उठाया.

आपको बता दें, राज्य में कोरोना के अब तक 12 हजार 634 नए मामले दर्ज हुए हैं. वहीं, 44 लोगों की इस महामारी के चलते मौत हो चुकी है. वहीं बीते 24 घंटे के आंकड़ों पर नजर डालें तो बीते दिन कोरोना के 235 नए मामले सामने आए हैं. वहीं 4 मरीजों को मौत हुई है.