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त्लुंगवेल में पहले सौर ऊर्जा संयंत्र की शुरुआत के साथ पूर्वोत्तर राज्य मिजोरम ने भी देश के सौर मानचित्र पर अपनी उपस्थिति दर्ज करा दी है। एक अधिकारी ने शनिवार को यह जानकारी दी। ग्रिड से जुड़े 2-मेगावॉट सौर फोटोवोल्टिक (एपीवी) संयंत्र का उद्घाटन राज्य के बिजली मंत्री आर लालजिरलियाना ने शुक्रवार को किया।
लालजिरलियाना ने कहा कि सौर ऊर्जा के अलावा राज्य के पनबिजली क्षमताओं का भी उपयोग किया गया जिससे मिजोरम सरकार का बिजली के मामले में आत्मनिर्भर होने के नजरिये को हकीकत में बदला जा सका। मंत्री ने यह भी कहा कि 20-मेगावॉट और 5-मेगावॉट क्षमता के सौर ऊर्जा संयंत्र खाजाल जिले के वंकल और सैतौल कस्बे के निकट निर्माणाधीन हैं।
ऊर्जा एवं विद्युत विभाग के अधिकारकियों के मुताबिक नवनिर्मित सौर ऊर्जा संयंत्र का काम अगस्त 2018 में शुरू हुआ था और इस वर्ष नवंबर में परीक्षण के लिये तैयार हो गया था। उन्होंने कहा कि 14 करोड़ रुपये की लागत वाले इस संयंत्र से प्रतिवर्ष 30 लाख यूनिट बिजली पैदा होने तथा 169 लाख रुपये का राजस्व प्राप्त होने की उम्मीद है।
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