राष्ट्रीय संग्रहालय में मणिपुर नृत्य बसंत रास के साथ डेस्टीनेशन नॉर्थ-ईस्ट इंडिया की शुरूआत की गई है। यहां पूर्वोत्तर के राज्यों की संस्कृति व नृत्य की झलक  7 नवंबर तक देखी जा सकेगी। इस कार्यक्रम की शुरूआत 1 नवंबर से हो चुकी है। आजादी का अमृत महोत्सव के समारोहों के क्रम में राष्ट्रीय संग्रहालय पूर्वोत्तर भारत की समृद्ध विरासत का जश्न मना रहा है। यह आयोजन उत्तर-पूर्वी क्षेत्र विकास मंत्रालय और पूर्वोत्तर परिषद की पहल पर किया जा रहा है।

डेस्टीनेशन नॉर्थ-ईस्ट इंडिया में मणिपुर, सिक्किम, असम और मिजोरम के नृत्य तथा संगीत का आयोजन किया जा रहा है। यहां आप मणिपुर नृत्य बसंत रास को देख पाएंगे जोकि राधा और कृष्ण से सम्बंधित है। इसे पंथोइबी जगोई मारुप ने पेश किया। इसके अलावा मिजोरम का चेरोकान (बांस नृत्य) लोकनृत्य मिजोरम के दल व सिक्किम के मारूनी (नेपाली नृत्य) नृत्य को देख सकते हैं जोकि अग्रगामी डांस एंड सिने टीम प्रस्तुत कर रही है। 

गोयालपरिया लोकगीत व सांस्कृतिक प्रस्तुति के बाद कलाकारों द्वारा पूर्वोत्तर वीथिका का अवलोकन भी यहां किया जा रहा है। इसके अलावा काबुई नगा नृत्य और चश्म-बंद (आंखों पर पट्टी बांधकर) कला को प्रस्तुत की जा रही है। इन सभी सांस्कृतिक प्रस्तुतिकरण की सीधी स्ट्रीमिंग राष्ट्रीय संग्रहालय के सोशल मीडिया हैंडलों के जरिए की जा रही है इसलिए आप घर पर बैठकर भी इन्हें देख सकते हैं।