मिजोरम में कोरोना ने हालात खराब कर रखें हैं। कोरोना के बढ़ते हालातों से सरकार परेशान हैं। इन हालातों पर राज्य कांग्रेस और विपक्ष पार्टियों ने मिजोरम सरकार को चौतरफा घेरने की कोशिश की है। कांग्रेस का कहना है कि मिजोरम में कोरोना से बिगड़े हालातों के जिम्मेदार स्वास्थ्य मंत्री है। बता दें कि मिजोरम में प्रति 1,000 हजार आबादी पर कम से कम 63 व्यक्ति कोविड -19 से संक्रमित थे।

725 नए मामलों की कुल संख्या 69,751 हो गई है। अधिकारिक बयान में कहा गया है कि राज्य में मरने वालों की संख्या 233 है, जिसका मतलब है कि प्रति 1 लाख आबादी पर अब तक 21 लोगों की मौत हो चुकी है।


6,754 नमूनों में से 725 ताजा मामलों का पता चला, जिसमें एक दिन की सकारात्मकता दर 10.73 प्रतिशत थी, विभिन्न जिलों से आइजोल में सबसे अधिक 438 दर्ज किए गए, इसके बाद लुंगलेई जिले और लवंगतलाई जिले में, दोनों ने क्रमशः 72 और 96 मामले दर्ज किए। नए संक्रमित लोगों में कम से कम 168 बच्चे थे।


 इसमें कहा गया है कि एक मरीज का यात्रा इतिहास रहा है और बाकी 724 में स्थानीय रूप से वायरस का संक्रमण पाया गया।  इसमें कहा गया है कि 725 मरीजों में से 432 में कोविड-19 के लक्षण विकसित हुए हैं।  मिजोरम में अब 12,347 कोविद -19 सक्रिय मामले हैं, जबकि 57,171 लोग संक्रमण से उबर चुके हैं, जिनमें शुक्रवार को 816 लोग शामिल हैं।

 
कोविड-19 रोगियों में ठीक होने की दर 81.96 प्रतिशत और मृत्यु दर 0.33 प्रतिशत है। राज्य ने अब तक कोविड -19 के लिए 9.55 से अधिक नमूनों का परीक्षण किया है।  राज्य प्रतिरक्षण अधिकारी डॉ. लालजावमी के अनुसार 6.63 लाख से अधिक लोगों का टीकाकरण किया जा चुका है, जिनमें से 2.96 लाख लोगों को पूरी खुराक मिल चुकी है।