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कोरोना काल में कई त्यौहार को लोगों ने अलग ही तरीकों से बनाया है। अब नए साल आने वाला है और कोरोना काल का भी अंत होने वाला है। इसी कोरोना काल में मिजोरम सरकार ने चर्चों को क्रिसमस और नए साल का जश्न न मनाने की अपील करने का फैसला किया है। जिससे कोविड-19 के संक्रमण को रोकने के लिए सार्वजनिक सभा की जा सके। राज्य के स्वास्थ्य मंत्री, आर लालथंगलिया ने चर्चों और नागरिक समाज संगठनों के नेताओं के साथ बैठक की है।
इन्होंने कहा कि क्रिसमस और नए साल के जश्न का अभिन्न अंग है। त्यौहारी सीजन के साथ-साथ व्यापारियों के लिए राज्य में आर्थिक मंदी को रोकने के लिए अलग दिशा-निर्देश भी तैयार किए जाएंगे। कोविड-19 परीक्षण की सुविधा के लिए ऐज़वाल में कियोस्क या मोबाइल परीक्षण सुविधाएं भी स्थापित की जाएंगी। सरकार ने प्रदूषण के स्तर को रोकने के लिए त्यौहारी सीजन के दौरान खिलौना बंदूक सहित पटाखों, आकाश लालटेन और अन्य आतिशबाज़ी पर प्रतिबंध लगाने का भी फैसला किया है।
पटाखों पर प्रतिबंध लगाने का मुख्य कारण है कि कोविड-19 रोगियों में श्वसन समस्याओं का स्तर बढ़ सकता है। राज्य ने हाल ही में कोविड-19 मामलों में स्पाइक दर्ज किया है वायरस के लिए अब तक 3,745 लोगों का परीक्षण सकारात्मक पाए गए है। सक्रिय मामलों की संख्या 442 है और इस बीमारी ने अब तक राज्य में पांच लोगों की जान ले ली है। हाल ही में, नागालैंड इस साल ग्रीन क्रिसमस के लिए नागालैंड अभियान के माध्यम से पर्यावरण के अनुकूल क्रिसमस का जश्न मनाया जाएगा।
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