स्वतंत्रता दिवस के मौके पर मेघालय की राजधानी शिलांग में हुई हिंसा के मद्देनजर लगाए गए कर्फ्यू के बाद कोई अनचाही घटना नहीं हुई है। राज्य सरकार ने मंगलवार को कहा कि शिलांग में अब स्थिति शांत है। इसके साथ ही प्रदेश सरकार ने ऐसे लोगों के लिए एक पुलिस हेल्पलाइन शुरू की है जिन्हें बचाए जाने की जरूरत है। यह हिंसा हाल ही में एक पुलिस मुठभेड़ में मारे गए एक पूर्व आतंकवादी के अंतिम संस्कार के दौरान भड़की थी।

मेघालय पुलिस ने राजधानी में फंसे लोगों के लिए एक हेल्पलाइन नंबर जारी किया है। समाचार एजेंसी पीटीआई की एक रिपोर्ट के अनुसार गृह विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा है कि कोई अप्रिय घटना नहीं हुई है, लेकिन जो लोग बाहर निकलना चाहते हैं, उनकी मदद की जाएगी। उन्होंने कहा कि पुलिस तीन कंट्रोल रूम का संचालन कर रही है। इन्हें शहर में कहीं से भी और किसी की भी निकासी कॉल का जवाब देने का काम सौंपा गया है।

बता दें कि प्रतिबंधित हाइनीट्रेप नेशनल लिबरेशन काउंसिल (एचएनएलसी) के पूर्व स्वघोषित महासचिव चेरिस्टरफील्ड थांगखिउ की मौत के बाद शिलांग के मॉलाई और जाइऑ इलाकों में हिंसा भड़क गई थी। चेरिस्टरफील्ड की मौत शुक्रवार सुबह पुलिस मुठभेड़ में हुई थी। पुलिस ने उसके घर पर छापेमारी की थी। उसने साल 2018 में आत्मसमर्पण कर दिया था। पुलिस ने यह कार्रवाई राज्य में हुए सिलसिलेवार आईईडी बम धमाकों के संबंध में की थी।

 

पुलिस के अनुसार चेरिस्टरफील्ड ने पुलिसकर्मियों पर चाकू से हमला करने की कोशिश की जिसके जवाब में की गई गोलीबारी में वह मारा गया। मुख्यमंत्री कोनराड संगमा ने सोमवार को चेरिस्टरफील्ड की मौत की न्यायिक जांच कराने का एलान किया था। वहीं, असम सरकार ने भी अपने नागरिकों के लिए एक एडवायजरी जारी की है। इसमें लोगों को शिलांग की कानून व्यवस्था की स्थिति देखते हुए वहां की यात्रा न करने की सलाह दी गई है।