दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (DSGMC) के अध्यक्ष मनजिंदर सिंह सिरसा (Manjinder Singh Sirsa) के नेतृत्व में आज शिलांग में शिरोमणि अकाली दल (Shiromani Akali Dal) (शिअद) के प्रतिनिधिमंडल ने मेघालय (Meghalaya) में पंजाबी गली से सिख परिवारों के पुनस्थार्पन के मामले में राज्यपाल सत्यपाल मलिक (Governor Satya Pal Malik) से मुलाकात की। 

सिरसा (Sirsa) ने राज्यपाल को इस मुद्दे के बारे में जानकारी दी और इस मामले में अदालत की तरफ से लगाई गई रोक और सुनाए गए फैसले से भी अवगत करवाया। उन्होंने बताया कि अदालत ने स्पष्ट कहा है कि इन सिख परिवारों को यहां से कोई नहीं निकाल सकता। 

सिरसा ने बैठक के बाद बताया कि राज्यपाल (Governor) ने प्रतिनिधिमंडल ने उनकी बात को ध्यान से सुना और भरोसा दिलाया कि अदालत के फैसले को यहां लागू किया जाएगा और गैर कानूनी तरीके से सिखों को निकालने नहीं दिया जाएगा। उन्होंने बताया कि राज्यपाल ने इस मामले में मुख्यमंत्री कोनराड संगमा (CM Conrad Sangma) के साथ भी बातचीत की है। 

राज्यपाल ने यह भी कहा है कि मुख्यमंत्री 28 अक्तूबर के बाद सिखों के मुलाकात भी करेंगे और पूरा मामला समझेंगे। डीएसजीएमसी अध्यक्ष ने बताया कि राज्यपाल ने यह भी कहा है कि अगर मुख्यमंत्री ने सिखों को यहां जमीन दी है तो यह वापस नहीं ली जा सकती। उन्होंने कहा कि जब तक वह मेघालय के राज्यपाल हैं, तब तक वह राज्य में कोई भी फैसला गैर कानूनी तरीकों से लागू नहीं होने देंगे। 

सिरसा ने बताया कि शिलांग के सिखों के मामले दिल्ली गुरुद्वारा कमेटी देख रही है और यह परिवार जहां हैं, वहीं रहेंगे, इन को कोई नहीं निकाल सकता।