/fit-in/640x480/dnn-upload/images/2021/04/20/a-1618892407.jpg)
मेघालय में भारत का पहला डिस्क-फुट दुर्लभ प्रजाति का चमगादड़ मिला है। अब तक ये प्रजाति दक्षिणी चीन, वियतनाम, थाईलैंड और म्यांमार में कुछ इलाकों में देखी गई थी। मेघालय में ये चमगादड़ उस जगह मिला जहां से लगभग 1,000 किमी दूर पश्चिम में पहले भी इस प्रजाति के चमगादड़ मिले हैं। ये चमगादड़ बांस के खांचे में रहता था। इस प्रजाति का नाम यूडिस्कोपस डेंटिकुलस है।
वैज्ञानिकों की एक टीम ने मेघालय में डिस्क के आकार के चिपचिपे पैरों वाले चमगादड़ की प्रजाति की खोज की है। इस खोज के साथ, भारत में चमगादड़ की प्रजातियों की संख्या बढ़कर 130 हो गई और मेघालय में 66 हो गई। चमगादड़ की ये प्रजाति जिसका नाम है यूडिस्कोपस डेंटिकुलस, इसे जूलॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया के शिलॉन्ग कार्यालय से आई उत्तम साइकिया के नेतृत्व वाली वैज्ञानिकों की टीम और कुछ यूरोपीय प्राकृतिक इतिहास संग्रहालयों के लोगों ने पिछले साल जुलाई में नोंगखिल्लेम वन्यजीव अभयारण्य के पास लैलाड में देखा था।
जिनेवा संग्रहालय और स्विस जूलॉजिकल सोसाइटी द्वारा प्रकाशित एक द्वि-वार्षिक पत्रिका, रिव्यू सुइस डे ज़ूलोगी के हालिया अंक में इस चमगादड़ की खोज के बारे में प्रकाशित भी किया गया है। इस खोज को लेकर एक प्रेस नोट में कहा गया कि ये प्रजाति अंगूठे और चमकीले नारंगी रंग में प्रमुख डिस्क जैसे पैड के साथ दिखने में बहुत विशिष्ट है।
शोधकर्ताओं ने पाया कि दक्षिण-पूर्व एशिया में बांस की कई प्रजातियों की बस्तियां आम हैं, यह विशेष प्रजाति दुर्लभ है और दुनिया भर के कुछ ही इलाकों में पाई जाती है। वियतनाम के नमूनों के साथ मेघालय में पाए जाने वाले प्रजातियों के डीएनए से पता चला है कि विशाल दूरी के बावजूद दोनों नमूनों एक जैसे ही पाए गए हैं।
फेसबुक, ट्विटर और यूट्यूब पर हमसे जुड़ें |