मेघालय चुनाव में किसी भी पार्टी को बहुमत नहीं मिला है। त्रिशंकु विधानसभा की वजह से सीएम संगमा ने गृह मंत्री अमित शाह से फोन पर बात की है। उनकी तरफ से सरकार बनाने के लिए समर्थन मांगा गया है। मुकुल संगमा की एनपीपी के खाते में 26 सीटें आई हैं। वहीं भाजपा महज 2 सीटों पर सिमट कर रह गई है

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अन्य दलों की बात करें तो टीएमसी को 5, हिल स्टेट पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी को 2, कांग्रेस को 5, पीपुल्स डेमोक्रेटिक फ्रंट को 2, यूनाइटेड डेमोक्रेटिक पार्टी को 11, वाइस ऑफ द पिपुल पार्टी को 4 सीटें मिली हैं। वहीं निर्दलीयों के खाते में 2 सीटें गई हैं। ऐसे में कहा जा सकता है कि मेघालय चुनाव में किसी भी पार्टी को बहुमत नहीं मिला है। त्रिशंकु विधानसभा की वजह से सीएम संगमा ने गृह मंत्री अमित शाह से फोन पर बात की है। उनकी तरफ से सरकार बनाने के लिए समर्थन मांगा गया है। कोनराड संगमा ने कहा कि हमारी सीटें बहुमत से कम हैं, लेकिन हम अंतिम नतीजों का इंतजार कर रहे हैं। उन्होंने कहा, जिन्होंने हमें वोट किया, हम उनका धन्यवाद देते हैं। 

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मेघालय विधानसभा चुनाव में तृणमूल कांग्रेस के नेता मुकुल संगमा ने 507 मतों के अंतर से सोंगसाक सीट पर जीत दर्ज की है। हालांकि एक अन्य सीट तिकरीकिल्ला पर एनपीपी के जे डी संगमा से 5,313 मतों के अंतर से हार गये हैं। मेघालय के उप मुख्यमंत्री प्रेस्टोन तिनसोंग ने गुरुवार को कहा कि इस राज्य में दल की तुलना में व्यक्तिगत उम्मीदवार ज्यादा महत्वपूर्ण है। पिनुरसला निर्वाचन क्षेत्र से जीतने वाले एनपीपी नेता ने कहा कि पार्टी को पूर्ण बहुमत मिलने की उम्मीद थी, लेकिन लोगों द्वारा एक अलग जनादेश दिया गया है। तिनसोंग ने जीत दर्ज करने के बाद कहा, मेघालय की राजनीति में पार्टी से ज्यादा उम्मीदवार मायने रखते हैं. पार्टी नहीं बल्कि उम्मीदवार चुनाव जीतते हैं।