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देश के 10 राज्यों के 32 जिलों में अब भी कोरोना (corona) का संक्रमण पांच फीसदी से अधिक देखने को मिल रहा है। इनमें हिमाचल प्रदेश (himachal pradesh) से लेकर पूर्वोत्तर (northeast) और दक्षिणी राज्य शामिल हैं। इस समय देश में मिजोरम (Mizoram) के सेरछिप जिले में सबसे ज्यादा सैंपल संक्रमित मिल रहे हैं।
यहां पिछले एक सप्ताह में 26 फीसदी से ज्यादा संक्रमण दर दर्ज की गई है। वहीं, अरुणाचल प्रदेश के सियांग जिले में 17 से 18 फीसदी नमूने रोजाना संक्रमित मिल रहे हैं।
स्वास्थ्य मंत्रालय (health ministery) ने एक बार फिर जिलावार संक्रमण पर रिपोर्ट तैयार की है। इसके तहत अरुणाचल, असम, हिमाचल, केरल, लद्दाख, मणिपुर, मेघालय, मिजोरम, नगालैंड और बंगाल के जिलों में संक्रमण दर 5% या उससे अधिक दर्ज की जा रही है।
यह स्थिति 16 से 22 नवंबर के बीच देखने को मिली है। तीन राज्य अरुणाचल, केरल और मिजोरम के 14 जिलों में 10 से लेकर 18 फीसदी तक सैंपल रोजाना संक्रमित मिल रहे हैं। 25 अक्तूबर से 21 नवंबर के बीच लेह लद्दाख जिले में संक्रमण दर 3.29 से बढ़कर 6.14 फीसदी तक पहुंच गई है।
17 से 23 मई के दौरान चंडीगढ़ में रोजाना 71257 सैंपल की जांच हो रही थी। अब घटकर 24300 तक पहुंच गई है।
जम्मू कश्मीर में जांच एक लाख से 46 हजार पर आ गई है। यहां 15 फीसदी ही आर-टीपीसीआर का इस्तेमाल हो रहा है। हिमाचल प्रदेश के किन्नौर जिले में अभी भी पांच फीसदी से ज्यादा सैंपल कोरोना संक्रमित मिल रहे हैं।
देश में कोरोना जांच में इजाफा होते ही नए मामलों में उछाल आया है। पिछले एक दिन में करीब दो लाख से अधिक सैंपल की जांच में बढ़ोतरी हुई है, जिसके चलते कोरोना के नए मामले 7,559 से बढ़कर 9,283 हो चुके हैं।
वहीं, इस दौरान 437 लोगों की मौत हुई है। इस दौरान 10,949 मरीजों को स्वस्थ घोषित किया गया। पिछले एक दिन में 76.58 लाख लोगों को वैक्सीन दी गई है। अब तक देश में कोरोना का टीकाकरण 118 करोड़ पार हो चुका है।
तीसरी लहर की आशंका के बीच केंद्र सरकार ने कोरोना की गिरती जांच दर पर चिंता जताई है। सरकार ने 13 राज्यों व केंद्र शासित प्रदेशों को पत्र लिखकर जांच दर पर ध्यान देने को कहा है। सरकार ने नागालैंड, सिक्किम, महाराष्ट्र, केरल, गोवा, मणिपुर, मेघालय, मिजोरम, जम्मू-कश्मीर, पंजाब, राजस्थान, पश्चिम बंगाल और लद्दाख में कोरोना जांच दर बढ़ाने को कहा है।
दिल्ली एम्स के एक चिकित्सकीय अध्ययन में स्वदेशी कोवाक्सिन 50 फीसदी तक असरदार मिली है। 28 दिन के अंतराल में वैक्सीन की दोनों खुराक लेने के 14 दिन बाद इसका असर 50 फीसदी तक देखने को मिला है। वहीं, 42 दिन बाद यह असर 57 फीसदी तक दर्ज किया गया है।
एम्स का अध्ययन मेडिकल जर्नल द लासेंट में प्रकाशित हुआ है। एम्स के वरिष्ठ डॉ. नीरज निश्चल ने बताया कि मेडिसिन विभाग ने इस साल 15 अप्रैल से 15 मई के बीच यह अध्ययन किया था। इस अध्ययन से पता चलता है कि कोरोना के खिलाफ वैक्सीन असरदार है।
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