मेघालय में इस महीने सक्रिय कोविड मामलों में लगभग पांच गुना बढ़ोतरी देखने के बाद, राज्य सरकार ने 'भगवान का हस्तक्षेप' चाहा है। दरअसल राज्य सरकार ने नागरिकों से इस रविवार को अपने घरों में एक विशेष प्रार्थना में भाग लेने की अपील की है। महामारी की स्थिति को नियंत्रित करने के लिए राज्य में सख्त प्रतिबंध लागू हैं। पूर्वी खासी हिल्स जिला, जहां राजधानी शिलांग स्थित है, पूरी तरह से बंद है।

विशेष प्रार्थना का सुझाव राज्य के स्वास्थ्य मंत्री ए एल हेक की ओर से आया है। उन्होंने शिलांग में संवाददाताओं से कहा, “मनुष्य के रूप में, हम अपनी रक्षा नहीं कर पाएंगे। हमें भगवान के हस्तक्षेप की जरूरत है, भगवान के आशीर्वाद की, उनके बिना हम कोई नहीं हैं। इसलिए हमें एक विशेष प्रार्थना करनी चाहिए।” हेक ने कहा, “हमने तय किया है कि हम इस रविवार, 30 मई को दोपहर में यह विशेष प्रार्थना करेंगे। हम अपने घरों में सभी से सर्वशक्तिमान से सुरक्षा के लिए प्रार्थना करने का अनुरोध करते हैं।”

सूचना और जनसंपर्क निदेशालय को नागरिकों के बीच संदेश प्रसारित करने के लिए कहा गया है। मेघालय में आज पिछले 24 घंटों में 731 नए मामले सामने आए और 20 लोगों की मौत हुई। वर्तमान में सक्रिय मामलों की संख्या 8,025 है। राज्य में अब तक कोविड के कारण 33,835 और 544 मौतें हुई हैं। इनमें से 445 मौतें पूर्वी खासी हिल जिले में हुई हैं। राज्य में कोविड संक्रमण की दूसरी लहर में दैनिक मामलों की संख्या और मौतों में तेजी से वृद्धि हुई है।

1 मई को मेघालय में 1,659 सक्रिय मामले थे। यह संख्या बढ़कर 8,025 हो गई है–लगभग पांच गुना वृद्धि। कोविड के कारण होने वाली मौतों की संख्या 1 मई को 174 से बढ़कर अब 544 हो गई है–तीन गुना बढ़ोतरी। राज्य के स्वास्थ्य विभाग के सूत्रों के अनुसार, अस्पतालों में कुल 1,100 कोविड बिस्तरों में से लगभग 800 बिस्तर भरे हुए हैं। मेघालय सरकार ने इस साल 1 अप्रैल से कोविड से मरने वाले लोगों के परिवारों को 50,000 रुपये के मुआवजे की घोषणा की है।