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साल 1971-1972 का जहां भी जिक्र होता है, वहां सिर्फ भारत-पाकिस्तान की जंग या पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी का ही जिक्र मिलता है। साल 1971 को भारत के इतिहास में इस जंग और जंग में हमारी जीत के लिए याद किया जाता है। 1971 की जंग साल के आखिरी में लड़ी गई थी और इस जंग के तुंरत बाद ही भारत में एक और घटना हुई थी। यह भी भारत के इतिहास के लिए महत्वपूर्ण घटना थी, क्योंकि इसी साल भारत को 3 और राज्य मिले थे।
आज हम इन राज्यों की बात इसलिए कर रहे हैं क्योंकि आज ही के दिन यानी 21 जनवरी 1972 को भारत को मणिपुर, त्रिपुरा और मेघालय के रूप में तीन राज्य मिले थे। पूर्वोत्तर राज्य मणिपुर, मेघालय और त्रिपुरा को अलग राज्य बने आज पूरे 49 बरस हो गए हैं। पूर्वोत्तर क्षेत्र (पुनर्गठन) अधिनियम 1971 के तहत मणिपुर, मेघालय और त्रिपुरा को 21 जनवरी 1972 को अलग राज्य का दर्जा दिया गया था।
बता दें कि त्रिपुरा और मणिपुर की पूर्व रियासतों को वर्ष 1949 में भारत में मिलाया गया और 21 जनवरी 1972 तक पूर्ण राज्य का दर्जा न मिलने तक यह केंद्र शासित प्रदेश के तौर पर जाने जाते थे। यानी मणिपुर और त्रिपुरा पहले केंद्र शासित प्रदेशों के रुप में भारत का हिस्सा थे, लेकिन भारत-पाकिस्तान की जंग के तुरंत बाद इन्हें राज्य का दर्जा दिया गया था। वहीं, मेघालय को 2 अप्रैल 1970 को स्वायत्त राज्य का दर्जा प्रदान किया गया और असम से अलग होने के बाद 21 जनवरी 1972 में पूर्ण राज्य बना।
मणिपुर
मणिपुर का लंबा और शानदार इतिहास है। कई राजाओं ने मणिपुर पर शासन किया और मणिपुर की स्वतंत्रता 19 वीं सदी के आरंभ तक बनी रही। उसके बाद सात साल बर्मी लोगों ने यहां पर कब्जा करके शासन किया। 1891 में मणिपुर ब्रिटिश शासन के अधीन आ गया और 1947 में शेष देश के साथ स्वतंत्र हुआ।
21 जनवरी, 1972 को मणिपुर को पूर्ण राज्य का दर्जा मिला। मणिपुर पूर्व में म्यांमार, उत्तर में नगालैंड, पश्चिम में असम और मिजोरम तथा दक्षिण में म्यांमार और मिजोरम से घिरा हुआ है। राज्य के 9/10 भाग में पहाड़ियां हैं। यहां 70 प्रतिशत आबादी इस पर निर्भर करती है। मणिपुर के उखरूल जिले में सिरोइ पर्वतमाला में सिरोइ लिलि पाई जाती है, विश्व में यह लिलि पुष्प सिर्फ यहीं पाया जाता है।
त्रिपुरा
त्रिपुरा नॉर्थ ईस्ट में स्थित भारतीय राज्य है, जिसकी सीमाएं मिजोरम, असम तथा बांग्लादेश से लगी हुई हैं। उत्तर, दक्षिण तथा पश्चिम में यह बांग्लादेश से घिरा है और इसके कुल सीमा क्षेत्र का 84 फीसदी यानी 856 किलोमीटर क्षेत्र अंतरराष्ट्रीय सीमा के रूप में है। असम के साथ इसकी सीमा की लंबाई 53 किलोमीटर है तथा मिजोरम के साथ यह 109 किलोमीटर लंबी है। यह राज्य राष्ट्रीय राजमार्ग-44 के माध्यम से पूरे देश से जुड़ा हआ है। क्षेत्रवार देखने पर त्रिपुरा देश का दूसरा सबसे छोटा राज्य है साथ ही जनसंख्या के आधार पर यह पूर्वोत्तर का दूसरा बड़ा राज्य है।
मेघालय
मेघालय का गठन असम के अंतर्गत 2 अप्रैल, 1970 को एक स्वायत्तशासी राज्य के रूप में किया गया और एक पूर्ण राज्य के रूप में मेघालय 21 जनवरी, 1972 को अस्तित्व में आया। इसकी उत्तरी और पूर्वी सीमाएं असम से और दक्षिणी तथा पश्चिमी सीमाएं बांग्लादेश से मिलती हैं। यहां मुख्यतः खासी, जयंतिया और गारो आदिवासी समुदाय के लोग रहते हैं। मेघालय के मध्य और पूर्वी भाग, जिसमें खासी और जयंतिया पहाड़ियां हैं, एक विशाल पठारी क्षेत्र हैं।
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