/fit-in/640x480/dnn-upload/images/2021/11/15/1-1636956842.jpg)
इंफाल। असम राइफल्स (Assam Rifles) की फुंद्रेई और मंत्रीपुखरी बटालियन ने मणिपुर पुलिस (manipur police) के साथ संयुक्त अभियान कर थौबल और इंफाल इस्ट में दो अलग-अलग अभियानों में आतंकवादी समूहों पीएलए और केसीपी के दो कैडरों को पकड़ा है। कार्रवाई 14 नवंबर को की गई है। यह जानकारी सोमवार को असम राइफल्स ने दी है।
असम राइफल्स (Assam Rifles) ने कहा, ‘केसीपी आतंकी 14 नवंबर को खुराई में आईईडी लगाने में शामिल था। पकड़े गए आतंकवादियों को आगे की जांच के लिए थौबल और पोरोमपट पुलिस को सौंप दिया गया।
बता दें, चुराचांदपुर जिले में शनिवार को आईईडी विस्फोटकों और गोलियों से हुए हमले में असम राइफल्स के एक कमांडिंग अफसर (CO), उनकी पत्नी और बेटे तथा बल के चार अन्य कर्मियों समेत सात लोगों की मौत हो गई थी। दो प्रतिबंधित उग्रवादी संगठनों पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (PLA) और मणिपुर नगा पीपुल्स फ्रंट (MNPF) ने चुराचांदपुर जिले के सेहकन गांव में अर्द्धसैन्य बल पर हमले की जिम्मेदारी ली है।
यह घटना चार जून 2018 के बाद से सुरक्षा बलों पर पहला बड़ा हमला है, जब चंदेल जिले में सेना के एक काफिले पर इसी तरह का हमला किया गया था जिसमें 18 कर्मियों की मौत हो गई थी और अन्य घायल हुए थे। सेना की 6 डोगरा रेजीमेंट की रोड ओपनिंग पेट्रोल (आरओपी) के कर्मी शहीद हो गए थे। दशकों से उग्रवाद की गिरफ्त में रहे इस राज्य में पिछले कुछ वक्त से शांति थी। शनिवार को मणिपुर के पहाड़ी इलाकों की शांति भंग करते हुए एक आईईडी धमाका हुआ और पर्वत से गोलियों की बौछार की गई थी। असम राइफल्स के जवानों ने आड़ लेते हुए हमले का जवाब दिया था।
असम राइफल्स देश का सबसे पुराना अर्द्धसैन्य बल है, जिसकी स्थापना 1835 में ब्रिटिश राज में हुई थी। यह प्रशासनिक रूप से गृह मंत्रालय के अधीन है, लेकिन ‘ऑपरेशनल’ नियंत्रण भारतीय सेना करती है। असम राइफल्स ने मृतक अधिकारी को श्रद्धांजलि दी जो जुलाई 2021 में मणिपुर में तबादला किए जाने तक मिजोरम में सेवा दे चुके थे।
फेसबुक, ट्विटर और यूट्यूब पर हमसे जुड़ें |