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कूकी नेशनल लिबरेशन आर्मी (KNLA) के आतंकवादियों ने कथित तौर पर 7 फरवरी को मजदूरों का अपहरण कर लिया था। मणिपुर पुलिस ने इम्फाल में एक मुठभेड़ के बाद उग्रवादियों द्वारा अपहृत तीन श्रमिकों को बचा लिया है। लगभग दो घंटे तक चली मुठभेड़ के बाद थौबल डैम पुलिस थाने के तहत बोलजंग और न्यू बोलजंग गांवों के बीच एक पहाड़ी श्रृंखला से श्रमिकों को बचाया गया है। पुलिस और अपहर्ताओं के बीच आग के आदान-प्रदान में दोनों तरफ से किसी के हताहत होने की कोई रिपोर्ट नहीं है।
पुलीस ने कहा कि वे जिस शिविर में रह रहे थे, वहां से फिरौती के लिए मजदूरों का अपहरण कर लिया गया था। बचाव अभियान के अंत में एक एके-56 असॉल्ट राइफल बरामद की गई। बचाए गए तीन श्रमिकों की पहचान युमनाम सुशीलकुमार उर्फ नानाओ (30), लाईशराम देबचंद्र सिंह (50) और नंगाबम गुणधर (55) के रूप में हुई है। वे PMGSY योजना के तहत नोंगपोक केथेल्मनबी के पास लाईखोंग गांव में एक पुल के निर्माण में लगे हुए थे।
पुल के निर्माण के दौरान ही मजदूरों का उग्रवादियों ने अपहरण किया था। थौबल डैम पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज होने के बाद पुलिस कमांडो ने बचाव अभियान शुरू किया। मणिपुर के मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह ने संदिग्ध आतंकवादियों के चंगुल से तीन श्रमिकों को बचाने के लिए इंफाल पूर्व पुलिस को 10 लाख रुपये का इनाम दिया है और कहा है कि बाकि मजदूरों को भी बचा लिया जाए।
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