/fit-in/640x480/dnn-upload/images/2021/02/28/Manipur-teacher-1614494394.jpeg)
7वें वेतन आयोग के अनुसार सिफारिशों को लागू करने की मांग को लेकर मणिपुर में कॉलेज के शिक्षकों द्वारा शुरू किया गया विरोध 29वें दिन में प्रवेश कर गया है। बता दें कि फेडरेशन ऑफ गवर्नमेंट कॉलेज टीचर्स एसोसिएशन (FEGOCTA), मणिपुर के सदस्य, पिछले 28 जनवरी से 'संघर्ष-विराम की हड़ताल' पर हैं। मणिपुर सरकार ने 7वें UGC वेतनमान को लागू करने का आदेश जारी किया और कॉलेज के शिक्षकों का विरोध करने का आग्रह किया।
शिक्षकों के निकाय ने यह कहते हुए बुदबुदाने से इनकार कर दिया कि यह आदेश "अधूरा" है। FEGOCTA, शिक्षकों ने आदेश को अस्वीकार्य करार दिया और हड़ताल जारी रखने का फैसला किया। FEGOCTA ने एक बयान में कहा कि हड़ताल को जारी रखने का निर्णय बैठक में लिया गया है। 6 अगस्त, 2020 को कैबिनेट की मंजूरी के अनुसार, शिक्षकों ने कहा कि जब तक स्वीकार्य आदेश जारी नहीं किए जाते, तब तक धरना-प्रदर्शन के साथ संघर्ष विराम सामान्य रूप से जारी रहेगा।
FEGOCTA की बैठक ने फेसबुक, यूट्यूब, आदि सहित सोशल मीडिया का उपयोग करने का संकल्प लिया है। अगस्त 6, 2020 की कैबिनेट की मंजूरी के लिए अस्वीकार्य आदेश विरोधाभासी" के कारण संघर्ष विराम की हड़ताल जारी रखने के पीछे के कारणों विचार किया जाए। बैठक ने शिक्षकों के आगामी चुनावों में कर्तव्यों का निर्वहन करने वाले शिक्षकों को छूट देने का भी फैसला किया है।
फेसबुक, ट्विटर और यूट्यूब पर हमसे जुड़ें |