मणिपुर के विद्रोही समूह यूनाइटेड नेशनल लिबरेशन फ्रंट (UNLF) ने अपने पूर्व अध्यक्ष खुंदोंगबम पानमी को आतंकवादी समूहों से स्थायी रूप से निष्कासित कर दिया है। रिपोर्टों के अनुसार, UNLF ने 15 फरवरी को आयोजित संगठन के एक विशेष सत्र में संवेदनशील सूचनाओं को लीक करके दुश्मन से टकराकर और अन्य नेताओं को फंसाने को लेकर पनामी को निष्कासित करने का फैसला किया है।


बता दें कि मणिपुर-म्यांमार सीमा पर स्थित विद्रोही समूह का विशेष सत्र, जीएचक्यू नींग शांग, जंगल मुख्यालय में आयोजित किया गया था। UNLF ने एक बयान में कहा कि संगठन की केंद्रीय समिति ने पनामी के खिलाफ आरोपों की जांच के लिए एक विशेष तथ्य खोज समिति का गठन किया था। आरोप सही पाए गए और UNLF ने 15 फरवरी को तत्काल प्रभाव से पनेमी के साथ सभी संबंधों को अलग करने का फैसला किया है।


UNLF के संस्थापक अध्यक्ष राजकुमार मेघन उर्फ सनायिमा को बांग्लादेश में गिरफ्तार किया गया था और चुपचाप दिसंबर 2010 में भारत को सौंप दिया गया था, जिसमें दिखाया गया था कि उन्हें बिहार में गिरफ्तार किया गया था। 10 साल की जेल की सजा पूरी होने से दस महीने पहले, नवंबर 2019 में उन्हें जाहिर तौर पर जेल में उनके 'अच्छे आचरण' के लिए गुवाहाटी जेल से रिहा कर दिया गया।