देश में 5 राज्यों में विधानसभा चुनाव फरवरी में होने वाले हैं। पूर्वोत्तर राज्य में मणिपुर राज्य में विस चुनाव होने वाला है। पूर्वोत्तर राज्यों में भाजपा का ही बोल बाला है। कांग्रेस (Congress) देश में पिछड़ रही है। मणिपुर (Manipuri) राज्य को भी भाजपा अपना गढ़ बनाने वाली है। पॉल्स की बात करें तो हाल ही में एक सर्वे हुआ है।
सर्वेक्षण के अनुसार, आगामी विधानसभा चुनावों में सत्तारूढ़ BJP और विपक्षी कांग्रेस मणिपुर में करीबी लड़ाई में हैं। दोनों दलों-भाजपा और कांग्रेस- को क्रमशः 36 प्रतिशत और 33 प्रतिशत वोट मिलने का अनुमान है।
मणिपुर विधानसभा चुनाव दो चरणों में 27 फरवरी और 3 मार्च को होंगे, जबकि मतों की गिनती 10 मार्च में होगी। सर्वेक्षण के लिए नमूना आकार राज्य की 60 विधानसभा सीटों में 2,100 था।
-भाजपा ने कांग्रेस (Congress) पर लगातार बढ़त बनाई है, भले ही वह बहुत कम अंतर के साथ है।

-अब तक जो रुझान देखा गया है वह क्रिस्टलीकृत होता दिख रहा है और पिछले दौर के ट्रैकर से BJP की बढ़त कांग्रेस पर फीकी पड़ गई है।
फिलहाल उसके 25 सीटें जीतने की उम्मीद है जबकि कांग्रेस 24 सीटों के साथ नजदीक है।

-नागा जातीय पार्टी (Naga ethnic party (NPF) को 4 सीटों पर कब्जा करने की उम्मीद है और "अन्य" शेष 7 सीटों के आसपास टैग कर सकते हैं।
-चुनावी रुझानों के क्रिस्टलीकरण का राज्य में देखे गए जातीय आधार पर ध्रुवीकरण के साथ बहुत कुछ है।

-मणिपुरी जनजातियों (Manipuri tribes) की ओर से नए सिरे से नागा का दावा और उस पर प्रतिक्रिया आने वाले चुनावों की परिभाषित विशेषता है।

-मणिपुर के चुनाव (Manipur Assembly Election) भाजपा के लिए पूर्वोत्तर में अपना निरंतर प्रभुत्व दिखाने के लिए महत्वपूर्ण हैं, विशेष रूप से बिगड़ती आंतरिक सुरक्षा स्थिति के कारण उसके ट्रैक रिकॉर्ड पर छाया पड़ रही है।