नई दिल्ली/इंफाल। कांग्रेस (Congress) पांच राज्यों के चुनाव से पहले दमखम के साथ तैयारी में जुट गई है। इसके चलते पेट्रोल-डीजल, रसोई गैस समेत खाद्य पदार्थों की महंगाई, किसानों की समस्याओं समेत अन्य मुद्दों पर कांग्रेस संसद से सडक़ तक केन्द्र सरकार (central government) को घेरने की रणनीति बना रही है। इसके तहत दिसंबर में दिल्ली में बड़ी रैली करने का निर्णय किया गया है। जबकि संसद के शीतकालीन सत्र के लिए कांग्रेस संसदीय रणनीति समूह की 25 नवंबर को बैठक होगी।

उत्तर प्रदेश, पंजाब, उत्तराखंड, गोवा व मणिपुर के विधानसभा चुनाव (Assembly election) से पहले कांग्रेस दमखम दिखाने में जुटी हुई है। इसको लेकर कांग्रेस संगठन महासचिव के.सी.वेणुगोपाल (Congress Organization General Secretary KC Venugopal) ने सोमवार शाम को राजस्थान, हरियाणा, पंजाब, उत्तर प्रदेश, दिल्ली व उत्तराखंड के नेताओं के साथ बैठक की। इस बैठक में महंगाई के मुद्दे को जोर-शोर से जनता के बीच ले जाने का निर्णय किया गया। बैठक के बाद वेणुगोपाल ने बताया कि संसद के आगामी सत्र में महंगाई का मुद्दा उठाएंगे। संसद सत्र की रणनीति को अंतिम रूप देने के लिए कांग्रेस संसदीय रणनीति समूह की 25 नवंबर को नई दिल्ली में बैठक होगी। 

वहीं हरियाणा के प्रभारी विवेक बंसल ने कहा कि दिसंबर में दिल्ली में बड़ी रैली करने का कार्यक्रम भी बन रहा है। इसकी तारीख फिलहाल तय नहीं की गई है। वहीं सूत्रों ने बताया कि यह रैली 12 या 19 दिसंबर को आयोजित की जा सकती है। बैठक में राजस्थान के प्रभारी महासचिव अजय माकन, राजस्थान कांग्रेस के अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा, पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी (Chief Minister Charanjit Singh Channi), पंजाब के प्रभारी हरीश चौधरी (Punjab in-charge Harish Chowdhary), प्रदेश अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू (State President Navjot Singh Sidhu), हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा (Former Haryana Chief Minister Bhupinder Singh Hooda), यूपी कांग्रेस के अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू (UP Congress President Ajay Kumar Lallu) मौजूद रहे।

रैली में भीड़ लाने की जिम्मेदारी दिल्ली व इससे सटे राज्यों की प्रदेश इकाइयों को दी जा रही है। यही वजह है कि बैठक में दिल्ली व इसके पड़ोसी राज्यों के नेताओं को शामिल किया गया।