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मणिपुर सरकार किसी संकट का सामना नहीं कर रही है। यह दावा मणिपुर के मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह ने शुक्रवार (21 अप्रैल) को किया। इंफाल में राज्य भाजपा की एक महत्वपूर्ण बैठक में भाग लेने के बाद मणिपुर के मुख्यमंत्री बीरेन सिंह ने यह बयान दिया।
बैठक के बाद पत्रकारों से बात करते हुए मणिपुर के मुख्यमंत्री ने राज्य में भाजपा के नेतृत्व वाली सरकार के भीतर संकट पैदा होने की खबरों को खारिज कर दिया। उन्होंने कहा कि कुछ विधायकों के अलावा जो इलाज के लिए दिल्ली गए थे मणिपुर भाजपा के अन्य सभी विधायक और नेता बैठक में शामिल हुए।
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मणिपुर भाजपा ने मुख्यमंत्री के खिलाफ बढ़ते 'असंतोष' पर चर्चा करने के लिए शुक्रवार (21 अप्रैल) को इंफाल में पार्टी के राज्य मुख्यालय में एक महत्वपूर्ण आपात बैठक बुलाई है।
यहां यह उल्लेख किया जा सकता है कि हाल ही में कयास लगाए जा रहे थे कि मणिपुर के सीएम बीरेन सिंह के खिलाफ असंतोष बढ़ रहा है।
मणिपुर भाजपा विधायक - वांगजिंग तेंथा निर्वाचन क्षेत्र से पी ब्रोजेन सिंह - ने गुरुवार (20 अप्रैल) को मणिपुर डेवलपमेंट सोसाइटी के अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया। ब्रोजेन ने सरकारी पद से हटने के लिए व्यक्तिगत कारणों का हवाला दिया। आपको बता दें कि विशेष रूप से ब्रोजेन का इस्तीफा एक सप्ताह की अवधि में तीसरा है।
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इससे पहले 13 अप्रैल को टी राधेश्याम सिंह ने मणिपुर के मुख्यमंत्री बीरेन सिंह के सलाहकार पद से इस्तीफा दे दिया था। बाद में 17 अप्रैल को करम श्याम ने मणिपुर पर्यटन निगम के अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया। दोनों विधायकों ने अपने पदों से इस्तीफा देने के फैसले के पीछे "जिम्मेदारियों की कमी" का हवाला दिया।
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