जेईई मेन 2021 को लेकर बड़ा ऐलान किया गया है कि सबको साल में 4 बार परीक्षा का विकल्प  नहीं दिया जाएगा। इंजीनियरिंग के यूजी कोर्सेस में एडमिशन के लिए होने वाली राष्ट्रीय स्तर की प्रवेश परीक्षा जेईई मेन वर्ष 2021 से साल में चार बार आयोजित होने जा रही है। लेकिन यह विकल्प सभी स्टूडेंट्स के लिए नहीं होगा। यानी जेईई मेन देने वाले सभी अभ्यर्थी चारों सत्रों में शामिल नहीं हो पाएंगे।
नेशनल टेस्टिंग एजेंसी ने जेईई मेन 2021 के संबंध में फ्रीक्वेंट्ली आस्क्ड क्वेश्चंस जारी किया है। इसमें एनटीए ने बताया है कि कौन से स्टूडेंट्स एक साल में होने वाले जेईई मेन के चारों सेशंस में शामिल हो सकते हैं और कौन नहीं।

इस एफएक्यू के अनुसार जेईई मेन के चारों सत्रों में शामिल होने की सुविधा सिर्फ उन स्टूडेंट्स के लिए होगी जो बैचलर ऑफ इंजीनियरिंग या बैचलर ऑफ टेक्नोलॉजी की प्रवेश परीक्षा देंगे। लेकिन ऐसे स्टूडेंट्स जो बैचलर ऑफ आर्किटेक्चर या बैचलर ऑफ प्लानिंग एंट्रेंस एग्जाम देंगे उन्हें सिर्फ दो मौके दिए जाएंगे।

एनटीए ने कहा है कि जेईई मेन बीई व बीटेक के लिए फरवरी, मार्च, अप्रैल और मई में परीक्षाएं होंगी। इन कोर्सेस के लिए आवेदन करने वाले स्टूडेंट्स चाहें तो सभी चार सत्रों में शामिल हो सकते हैं। लेकिन बीआर्क और बीप्लानिंग की परीक्षाएं सिर्फ दो सत्रों- फरवरी व मई में होंगी। इनके लिए आवेदन करने वाले स्टूडेंट्स को अब भी साल में सिर्फ दो मौके ही मिलेंगे।