बैंकों और NBFC द्वारा अगले तीन वर्षों में 70,000 से अधिक फ्रेशर्स को नौकरी देने की उम्मीद है। यह कदम अधिक से अधिक ग्राहकों को सुविधा देने के लिए उठाया गया है। विशेषज्ञों के अनुसार, BFSI (बैंकिंग, वित्तीय सेवाएं और बीमा) के लिए फ्रेशर्स महत्वपूर्ण हैं ताकि इसकी बढ़ती मांगों  को पूरा किया जा सके। यह इंट्री लेवल की नौकरियों का लगभग एक चौथाई हिस्सा हो सकता है।

टीमलीज सर्विसेज में हेड स्टाफिंग-BFSI और Govt के अमित वडेरा ने कहा, “आवासीय अचल संपत्ति बाजार की वसूली और प्रौद्योगिकी और संबंधित क्षेत्रों में बढ़ते वेतन का BFSI क्षेत्र पर सकारात्मक प्रभाव पड़ रहा है।” इसके आगे वडेरा ने कहा, “वास्तव में, इस सकारात्मकता का BFSI क्षेत्र द्वारा काम पर रखने पर भी प्रभाव पड़ रहा है। BFSI में वॉल्यूम की मांग को कुछ हद तक फ्रेशर्स को हायर करके पूरा किया जाएगा।” टीमलीज के अनुसार, पिछले छह महीनों में BFSI क्षेत्र में भर्ती 25% से अधिक हो गई है और संगठन इन फ्रेशर्स के स्किल अंतर को कम करने के लिए कार्यबल में भारी निवेश कर रहे हैं।

मालूम हो कि निजी ऋणदाता HDFC बैंक का अगले 24 महीनों में 200,000 गांवों तक पहुंच बनाने का लक्ष्य है। अगले छह महीनों में 2,500 से अधिक लोगों को नौकरी पर रखने की योजना है, जबकि श्रीराम समूह अपनी कई कंपनियों में 5,000 लोगों को काम पर रख रहा है। ICICI होम फाइनेंस दिसंबर तक 600 कर्मचारियों को शामिल करना चाहता है, जबकि कोटक महिंद्रा बैंक ने भी पूर्व-कोविड स्तरों के करीब भर्ती फिर से शुरू कर दी है।