बांग्लादेश में हिंदुओं के प्रति (Violence against Hindus in Bangladesh) हिंसा जारी है।  दुर्गा पूजा पंडालों (violence at Durga Puja pandals) और इस्कॉन मंदिर (ISKCON temple) में तोड़फोड़ और हिंसा के बाद अब रंगपुर (Burnt 20 houses of Hindus in Rangpur) में उपद्रवियों ने हिंदुओं के 20 घरों को जला दिया है।  वहीं, स्थानीय संघ परिषद के अध्यक्ष के मुताबिक उपद्रवियों ने कम से कम 65 घरों में आग लगाई है।  प्राप्त जानकारी के मुताबिक, उपद्रवियों की पुलिस के साथ झड़प भी हुई है। 

ढाका ट्रिब्यून के अध्यक्ष मोहम्मद सादकुल इस्लाम ( Dhaka Tribune president Mohammad Sadakul Islam) के अनुसार, उपद्रवी जमात-ए-इस्लामी (Jamaat-e-Islami ) और छात्र शाखा इस्लामी छात्र शिविर (student wing Islamic student camp) की स्थानीय इकाई के थे।  बांग्लादेश मीडिया की खबर के अनुसार, रविवार को रंगपुर के उपजिला पीरगंज में हिंदुओं के घरों में तोड़फोड़ के बाद आग लगाई गई।  रामनाथपुर यूनियन में माझीपारा के जेलपोली में इस्लामिक कट्टरपंथियों (Islamic fundamentalists ) के एक समूह ने हिंदुओं के घरों पर हमला किय।  इसमें 20 घरों को जला दिया गया। 

बांग्लादेश में हिन्दू मंदिरों पर हमले 13 अक्टूबर से शुरू हुए।  अष्टमी के दिन मूर्ति विसर्जन के मौके पर कई पूजा मंडपों में तोड़फोड़ हुई।  सोशल मीडिया पर अफवाह उड़ी थी कि पूजा पंडाल में कुरान (Quran was found in the puja pandal)  मिली है, जिसके बाद कई जगहों पर हिंसक घटनाएं हुईं।  उपद्रवियों ने चिट्टागांव के कोमिला इलाके में दुर्गा पंडालों Miscreants attacked Durga pandals in Comilla) पर हमले किए, जिसमें 4 लोगों की मौत हो गई थी।   इसके अलावा चांदपुर, चिट्‌टागांव, गाजीपुर, बंदरबन, चपाईनवाबगंज और मौलवीबाजार में कई पूजा पंडालों में तोड़फोड़ की गई। 

पुलिस का कहना है कि एक हिंदू व्यक्ति ने फेसबुक पर आपत्तिजनक पोस्ट की थी।  इसके बाद तनाव पैदा हो गया।  तनाव बढ़ने के तुरंत बाद पुलिस मौके पर पहुंची और युवक के घर के चारों ओर पहरा दे दिया। पुलिस का कहना है कि उन्होंने उसके घर को तो बचा लिया, लेकिन उपद्रवियों ने आस-पास के करीब 15 से 20 घरों में आग लगा दी।