छठ पूजा (Chhath Puja) का त्योहार बहुत बड़ा त्योहार माना जाता है। यह 4 दिनों तक मनाया जाता है पहला नहाय-खाया त्योहार मनाया जाता है। दूसरा खरना का त्योहार मनाया जाता है और तीसरा और चौथा त्योहार सूर्योदय और सुर्यास्त को अर्घ्य देकर पूजा की जाती है। जो कि बहुत ही खास होता है। आज के दिन व्रती महिलाएं पवित्र नदियों, तलाबों या पोखरों में नहा कर लौकी, चना दाल खाती है और पूजन की शुरूआत करती हैं।

सूर्योदय (Sunrise) और सूर्यास्त (sunset) का समयः-
डूबते सूर्य को अर्घ्य (sunset)–

इस दिन बड़ी छठ (Chhath) या षष्ठी की पूजा होती है। ये कार्तिक माह षष्ठी के दिन किया जाता है।इस दिन सूर्यास्त के समय डूबते सूर्य को अर्घ्य दिया जाता है। सूर्य षष्ठी का पूजन 10 नवंबर, दिन बुघवार को होगा। इस दिन सूर्यादय 6 बजकर 40 मिनट पर और सूर्यास्त 5 बजकर 30 मिनट पर होगा।
उगते सूर्य को अर्घ्य (Sunrise)–

ये छठ पूजा की अंतिम रस्म होती है। इस दिन सूर्योदय के समय उगते सूर्य को अर्घ्य दिया जाता है। उसके बाद व्रत का पारण होता है। ये इस साल 11 नवंबर को की जाएगी। इस दिन सूर्योदय 6 बजकर 41 मिनट पर और सूर्यास्त 5 बजकर 29 मिनट पर होगा।