उत्तराखंड सरकार ने कुंभ में शाही स्नान से एक दिन पहले ट्रेन संचालन रोकने की मांग की है। रेलवे को आदेश द‍िए हैंं कि शाही स्नान वाले दिन केवल हरिद्वार से दूसरे स्थान के लिए अधिक से अधिक ट्रेन चलाई जाएं। इसे लेकर रेलवे प्रशासन भी मुश्किल में फंस गया है।

उत्तराखंड के मुख्य सचिव ओमप्रकाश ने हरिद्वार कुंभ मेले को लेकर रेलवे बोर्ड चेयरमैन को पत्र भेजा है। इसमें कहा है कि कोरोना के कारण कुंभ में दो शाही स्नान की अनुमत‍ि दी जाएगी। पहला स्नान 12 अप्रैल और दूसरा 14 अप्रैल को है। कुंभ मेले में आने वाले सभी व्यक्तियों को आनलाइन पंजीयन कराना पड़ेगा और 72 घंटे पहले कोरोना की जांच कराकर इसकी रिपोर्ट और स्वास्थ्य प्रमाण पत्र लेकर आना अनिवार्य होगा। 

रेलवे बोर्ड से कहा है कि कुंभ मेला के लिए स्पेशल ट्रेनें चलाने की आवश्यकता नहीं है। शाही स्नान शुरू होने से एक दिन पहले यानी 11 अप्रैल से हरिद्वार आने वाली सभी ट्रेनों का संचालन बंद कर दिया जाए। शाही स्नान वाले दिन हरिद्वार से भीड़ को बाहर भेजने के लिए ट्रेनें चलाई जाएं। पत्र में उत्तराखंड सरकार कुंभ मेला कब से घोषित करेगी, इसका जिक्र नहीं किया है।

पत्र में केवल कुंभ मेला फरवरी से अप्रैल लिखा हुआ है। मुख्य सचिव के पत्र के बाद मंडल रेल प्रशासन इसके अनुपालन को लेकर दुविधा में है। रेल प्रशासन के सामने समस्या यह उत्पन्न हो गई है कि जब एक दिन पहले सभी ट्रेनों को हरिद्वार जाने से रोक दिया जाएगा तो शाही स्नान वाले दिन भीड़ को लाने के लिए चलाई जाने वाली ट्रेनों के संचालन के लिए बोगी कहां से आएंगी। प्रवर मंडल वाणिज्य प्रबंधक रेखा शर्मा ने बताया कि उत्तराखंड के मुख्य सचिव को पत्र भेजकर अनुरोध किया जाएगा कि ट्रेनों का संचालन बंद न कराया जाए। संचालन बंद हो जाने से शाही स्नान की भीड़ को गंतव्‍य तक पहुंचाने के ल‍िए ट्रेनें नहीं चलाई जा सकती हैं।