माघ मास की पूर्णिमा को माघी पूर्णिमा कहते हैं क्योंकि यह माघ मास का आखरी दिन होता है और दूसरे महीने मतलब फाल्गुन का महीना शुरू हो जाता है। कल माघ का आखरी दिन है और  फाल्गुन के महीने की शुरूआत होने वाली है। फाल्गुन की पूर्णिमा को होली का त्योहार मनाया जाता है। माघी पूर्णिमा पर स्नान और दान किया जाता है। इस दिन गंगा में स्नान करने से कई गुना लाभ मिलते है।


शास्त्रों में बताया गया है कि भगवान हरि इस खुद गंगा जल में निवास करते हैं। खास बात यह है कि बचे हुए महीनों में जप, तप और दान से भगवान विष्णु उतने प्रसन्न नहीं होते जितने कि वे माघ मास में स्नान करने से होते हैं।  इस महीने में तिल और कंबल का दान भी सर्वश्रेष्ठ माना जाता है। माघी पूर्णमा पर ही कल्पवासी प्रस्थान करते हैं।  कल्पवास के बाद सभी विधि-विधान से गंगा स्नान कर सत्यनारायण की पूजा की जाती हैं।


जानकारी के लिए बता दें कि माघ पूर्णिमा का शुभ मुहूर्त का आरंभ 26 फरवरी 2021 दिन मतलब की आज की शाम 03:49 मिनट से होगा और माघ पूर्णिमा 27 फरवरी 2021 दिन शनिवार दोपहर 01:46 मिनट पर खत्म हो जाएगा।