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आज एक साथ जल झूलनी एकादशी व्रत, पद्मा एकादशी, वामन जयंती, विश्वकर्म पूजा है। इसी के साथ श्री विष्णु श्रृंखला रात्रि 3.36 बजे तक, सूर्य दक्षिणायन, सूर्य उत्तर गोल, शरद ऋतु है।
राहुकाल समय-
आज सुबह 10.30 बजे से दोपहर 12 बजे तक राहुकाल।
17 सितंबर का पंचांग :
पं. वेणीमाधव गोस्वामी के अनुसार, दिन- शुक्रवार, 26 भाद्रपद (सौर) शक 1943, 2 आश्विन मास प्रविष्टे 2078, 9 सफर सन हिजरी 1443, भाद्रपद शुक्ल एकादशी प्रात: 8.08 बजे तक उपरांत द्वादशी, श्रवण नक्षत्र रात्रि 3.36 बजे तक तदनंतर धनिष्ठा नक्षत्र, अतिगण्ड योग रात्रि 8.20 बजे तक पश्चात सुकर्मा योग, भद्रा (करण) प्रात: 8.08 बजे तक, चंद्रमा मकर राशि में (दिन-रात)।
विश्वकर्मा पूजा का मुहूर्त-
17 सितंबर को सुबह छह बजकर 7 मिनट से 18 सितंबर सुबह तीन बजकर 36 मिनट तक योग रहेगा। 17 को राहुकाल प्रात: दस बजकर 30 मिनट से 12 बजे के बीच होने से इस समय पूजा निषिद्ध है। बाकी किसी भी समय पूजा कर सकते हैं।
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