/fit-in/640x480/dnn-upload/images/2021/09/07/unnamed-1631016502.jpg)
आज का दिन बहुत ही खास है आज बुधवार है और यह दिन भगवान गणेश जी को समर्पित होता है। साथ ही आज साल की आखिरी संकष्टी चतुर्थी (Sankashti Chaturthi) है, जिसमें भगवान श्रीगणेश (Lord Ganesha) की विधि-विधान के साथ पूजा की जाती है।
साल की अंतिम चतुर्थी बुधवार के दिन सच्चे मन से पूजन करने वाले भक्तों के विघ्नहर्ता कष्ट दूर करते हैं और मनोकामना पूरी होती है। संकष्टी चतुर्थी (Sankashti Chaturthi) शुभ मुहूर्त की बात करें तो 22 दिसंबर की रात 08 बजकर 15 मिनट से रात 09 बजकर 15 मिनट तक पूजन का शुभ मुहूर्त है। हिंदू पंचांग के अनुसार, इस दौरान अमृत काल रहेगा। रात 08 बजकर 30 मिनट से रात 09 बजकर 30 मिनट तक चंद्र दर्शन का शुभ मुहूर्त है।
पूजा- विधि
इस दिन सुबह जल्दी उठकर स्नान कर लें।
स्नान करने के बाद घर के मंदिर में दीप प्रज्वलित करें।
संभव हो तो इस दिन व्रत भी रखें।
गणपित भगवान का गंगा जल से अभिषेक करें।
भगवान गणेश (Lord Ganesha) को पुष्प अर्पित करें।
भगवान गणेश को दूर्वा घास भी अर्पित करें। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार दूर्वा घास चढ़ाने से भगवान गणेश प्रसन्न होते हैं।
भगवान गणेश को सिंदूर लगाएं।
गणेश जी को भोग भी लगाएं। आप गणेश जी को मोदक या लड्डूओं का भोग भी लगा सकते हैं।
इस व्रत में चांद की पूजा का भी महत्व होता है।
शाम को चांद के दर्शन करने के बाद ही व्रत खोलें।
भगवान गणेश (Lord Ganesha) की आरती जरूर करें।
फेसबुक, ट्विटर और यूट्यूब पर हमसे जुड़ें |