आज सोमवार है और आज का दिन शिव शंकर को समर्पित होता है। इसी के साथ आज का दिन बहुत ही खास है क्योंकि आज ललिता सप्तमी है। बता दें कि ललिता सप्तमी हर साल भाद्रपद मास के शुक्ल पक्ष की सप्तमी तिथि को मनाया जाता है। यह राधा अष्टमी से एक दिन पहले होता है। देवी ललिता राधा रानी की खास सहेली थीं। यह मथुरा की एक गोपी थीं। इनका मथुरा स्थित ब्रज में मंदिर भी है।



क्या है ललिता सप्तमी


ललिता सप्तमी प्यार के लिए होती है। यह भाद्रपद मास के शुक्ल पक्ष की सप्तमी तिथि देवी ललिता को समर्पित है। ललिता सप्तमी प्रेम के महत्व को बताने वाला पर्व है। इस दिन देवी ललिता की विधि-विधान से पूजा की जाती है। मान्यता है कि ऐसा करने से भगवान श्रीकृष्ण और राधा रानी का आशीर्वाद प्राप्त होता है। इस दिन ललिता देवी के आशीर्वाद से संतान प्राप्ति के योग बनते हैं। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, इस व्रत को पहली बार भगवान श्रीकृष्ण द्वारा महत्व बताने पर रखा गया था।



ये हैं देवी ललिता-


देवी ललिता राधा रानी की खास सखियों में से एक थीं। उन्हें राधा रानी की विश्वास पात्र सखी माना जाता था। देवी ललिता और राधा रानी भगवान श्रीकृष्ण को बेहद प्रेम करती थीं। इन्हें ललिता सखी के नाम से भी जाना जाता है। ललिता देवी राधा रानी का पूरा ख्याल रखती थीं। पौराणिक कथाओं के अनुसार, ललिता देवी हर कला में निपुण थीं और राधा रानी के साथ खेला करती थीं। वे राधा रानी के साथ नौका विहार भी करती थीं। इनका संबंध मधुरा के ऊंचागांव से था।