लोग कपड़ों से मैच करते हुए जुते चप्पल (slippers) पहनते हैं। लेकिन क्या आप जानते हो इस बारे में कि जूतें चप्पल  से किस्मत बदली जा सकती है। जूते यां तो बर्बाद कर दें ये फिर आपको आाद कर दें। आपको जानकर हैरानी होगी कि जूतों का संबंध सेहत से लेकर सौभाग्य तक से जुड़ा होता है। लेकिन लोगों की इस बारे में जानकारी नहीं है। तो जानिए....

ज्योतिष के मुताबिक आपके पैरों का सीधा संबंध शनि से होता है। जब आप बाहर पहनने वाले जूतों को पहनकर घर में प्रवेश करते हैं तो अपने साथ राहु और केतु (Rahu-Ketu) से जुड़े दोष भी साथ ले जाते हैं। इसलिए आप जब भी जूते-चप्पलों को पहने तो कुछ बातों को जरूर ध्यान में रखें।
इन बातों को रखें ख्याल-
कुंडली में शनि दोष (शनि की ढैय्या अथवा साढ़ेसाती) है तो हमेशा इस बात का ध्यान रखिए कि बिना किसी को बताए शनिवार के दिन अपना काले रंग का चमड़े का जूता या चप्पल (shoes or slippers) मंदिर के प्रवेश द्वार पर उतार कर चले आएं। मंदिर में जब भी अपने जूते-चप्पल को छोड़े तो ध्यान रखें कि पलट कर पीछे न देखें। ऐसा करने से आपका शनिदोष दूर होगा और जीवन में सकारात्मक बदलाव दिखेंगे।
मंदिर के बाहर से आपके जूते-चप्पल (shoes or slippers) चोरी हो जाएं तो कभी भी इस बात को लेकर परेशान न हों और खुशा से वापस घर आ जाएं। अगर शनिवार के दिन आपके जूते-चप्पल चोरी होते है तो ये और भी शुभ संकेत होता है। इसीलिए कभी भी जूते-चप्पल खोने का गम न बनाएं।
नौकरी के लिए इंटरव्यू, बेटे या बेटी के रिश्ते की बात करते जाते समय एक बार जरूर देख लें कि आपके जूते फटे न हों। फटे जूते किसी भी काम को सफल होने में बाधा उत्पन करते हैं।
घर के मुख्य दरवाजे के सामने कभी भी जूतों को न उतारें और न ही किसी मेहमान को उतारने दें। ऐसा माना जाता है कि घर के मेन गेट में जूते-चप्पल उतारने पर सौभाग्य और समृद्धि नहीं आती है।