/fit-in/640x480/dnn-upload/images/2021/12/03/shani-dev-blue_1578464906-1638532098.jpg)
कल शनि अमावस्या (Shani Amavasya) है और साथ ही सूर्य ग्रहण (solar eclipse) भी लग रहा है। इन दोनों के संयोग से अद्भूत योग बन रहा है। ज्योतिष के मुताबिक यह योग सबसे बड़ा योग है। शास्त्रों के मुताबिक बताया गया है कि ग्रहण और शनिवार को पड़ रही अमावस्या के दिन किए गए खास उपाय आर्थिक तंगी और दुर्भाग्य से मुक्ति दिलाता है।
बता दें कि इस योग में खास उपाय करने से शनि की साढ़ेसाती (Shani Sadesati) और ढैय्या (Dhaiya) के मुक्ति दिलाते हैं। शनिश्चरी अमावस्या पर सुबह से ही शनि मंदिरों में शनि देव के दर्शन-पूजन के लिए भक्तों का तांता लग जाता है। पंचामृत स्नान, तिल-तेल से शनि देव का अभिषेक किया जा जाता है। हर भक्त शनि चालीसा (Shani Chalisa) का पाठ करता है।
उपाय-
- सूर्य ग्रहण (solar eclipse) और शनि अमावस्या (Shani Amavasya) होने के चलते दान करना बेहद शुभ रहेगा।
- इस दिन श्रद्धा के मुताबिक दान करने का संकल्प लेना चाहिए।
- जरुरतमंद लोगों को दान देना चाहिए।
- इस दिन तेल, जूते-चप्पल, लकड़ी का पलंग, छाता, काले कपड़े और उड़द की दाल का दान करने से कुंडली में मौजूद शनि (Shani) दोष खत्म हो जाता है।
- जिन लोगों पर शनि की साढ़ेसाती चल रही है उन्हें सरसों के तेल में अपनी परछाईं देखकर दान करना चाहिए।
- दरवाजे पर काले घोड़े की नाल लगाएं और कुत्ते को रोटी खिलाएं और शाम को पश्चिम की ओर तेल का दीपक जलाएं निम्न मंत्र पढ़ते हुए परिक्रमा करने से लाभ होता है।
- ‘ऊं शं शनैश्चराय नम:
फेसबुक, ट्विटर और यूट्यूब पर हमसे जुड़ें |