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कल का दिन बहुत ही खास है क्योंकि कल ग्रहों की चाल से अद्भुत संयोग हो रहा है। इस संयोग से बहुत ही फायदें होने वाले हैं और इस दिन इस योग में की गई खरीदारी के अपार फल प्राप्त होते हैं। बता दें कि कल सर्वार्थ सिद्धि, अमृत सिद्धि (Amrit Siddhi) व गुरु पुष्य योग (Guru Pushya Yoga) का विशेष संयोग बन रहा है। अगहन माह शुभ व मांगलिक कार्यों के लिए जाना जाता है।
गुरु पुष्य योग (Guru Pushya Yoga) को सुखद वैवाहिक जीवन देने वाला माना जाता है। ज्योतिषाचार्यों के अनुसार, इस शुभ संयोग में वाहन, वस्त्र, आभूषण की खरीदारी और गृह प्रवेश करना शुभ माना जाता है।
गुरु से संबंध-
कुंडली में जब देवगुरु बृहस्पति शुभ अवस्था में होते हैं तो सुखद वैवाहिक जीवन प्रदान करते हैं। लेकिन गुरु की स्थिति कुंडली में ठीक न होने पर वैवाहिक सुख में विलंब होता है।
शुभ मुहूर्त-
गुरु पुष्य योग (Guru Pushya Yoga) के साथ सर्वार्थ सिद्धि योग (Sarvartha Siddhi Yoga), अमृत योग (Amrit Siddhi) तीन महायोगों का संयोग बन रहा है। हिंदू पंचांग के अनुसार, इस महायोग का प्रारंभ सुबह 6.44 बजे से होगा और रात 6.48 बजे तक रहेगा। इस दिन सुखद वैवाहिक जीवन के लिए पूरे दिन उपाय किया जा सकेगा। मान्यता है कि इस योग में उपाय करने से शादी-विवाह में आने वाली बाधाएं दूर होती हैं।
उपाय-
जिन युवती या युवकों के विवाह में अड़चनें आ रही हैं या किसी कारण वश विवाह नहीं हो पा रहा, वह गुरु पुष्य योग के दिन नहाने के पानी दो चुटकी हल्दी मिलाकर स्नान करें।
इस दिन देवगुरु बृहस्पति को प्रसन्न करने के लिए पीले वस्त्र धारण करें।
मान्यता है कि गुरु पुष्य के दिन पुखराज पहनने से विवाह की बाधाएं दूर होती हैं।
इस दिन चंदन का तिलक लगाएं और विष्णु सहस्त्रनाम पाठ करने से विवाह की अड़चनें दूर होती हैं।
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