मानव मस्तिष्क के बारे में वैज्ञानिक अभी तक बहुत कम ही जानकारी हासिल कर पाएं हैं। मस्तिष्क के व्यवहार के उससे संबंध के लिए हाल की समय में बहुत शोध हो रहे हैं। इसमें इंसान के धर्म संबंधी रुझानों और अन्य पहलुओ के मस्तिष्क से संबंधों का अध्ययन भी शामिल है। हाल ही में हुए एक अध्ययन ने दिमाग के ऐसे खास सर्किट की पहचान की है जो धार्मिक और आध्यात्मिक कार्यों के लिए कार्य करता है।


आध्यात्मिकता और धार्मिकता की न्यूरोसाइंस में अध्ययनों ने क्रियात्मक न्यूरोइमेजिंग का उपयोग किया है जिसमें एक व्याक्ति के दिमाग का स्कैन किया जाता है जब वह आध्यात्मिकता और धार्मिकता से संबंधित कार्य कार्यकरता है। इस दौरान दिमाग के कौन से हिस्से सक्रिय होते थे। इन अध्ययनों ने ब्रिघाम के अन्वेषणकर्ताओं ने इस तरह के अध्ययन के लिए बिलकुल नया तरीका अपनाया  जिसे वे आध्यात्मिकता और धार्मिकता को मस्तिष्क से जोड़ सके। उन्होंने पाया कि इनका दिमाग के एक खास सर्किट से संबंध है.
सर्किट
यह दिमागी सर्किट पेरिएक्वेडक्टल ग्रे (PAG) में केंद्रित है. पेरिएक्वेडक्टल ग्रे (PAG) यह दिमाग का वह हिस्सा है जो बहुत सारे कार्यों के लिए जिम्मेदार है जिसमें  डर के हालात, दर्द को नियंत्रित करने, सभी के भले के लिए किए जाने वाले बर्ताव और बिना शर्त वाला प्रेम शामिल है।