हिंदू धर्म में हर महीने पूर्णिमा और अमावस्या आती है। इस बार अमावस्या 11 अप्रैल 2021 आ रही है। एक साल में 12 अमावस्या पड़ती हैं। अमावस्या का अपनी ही एक महत्व होता है। यह सप्ताह के किसी भी वार को आए तो उसका हर बार महत्व बदल जाता है। इसी तरह अप्रैल के महिने में पहली अमावस्य सोमवार के दिन पड़ने वाली है। खास बात यह है कि साल 2021 में यह एक ही बार सोमवती अमावस्या है।

 


 

बता दें कि इस अमावस्या को सोमवती अमावस्या कहा जाता है। इस दिन हरिद्वार महाकुंभ का दूसरा शाही स्नान भी होगा।  सोमवती अमावस्या के दिन वैधृति और विष्कंभ योग बन रहे हैं। बता दें कि सोमवती अमावस्या के दिन वैधृति योग दोपहर 2 बजकर 28 मिनट तक रहेगा। इसके बाद विष्कुम्भ योग लग जाएगा। विष्कुम्भ योग विष से भरा हुआ घड़ा माना जाता है इसीलिए इसका नाम विष्कुम्भ योग है। योग में किए गए कार्य का फल अशुभ होता है।

 

 


वैधृति योग स्थिर कार्यों हेतु ठीक है लेकिन यदि कोई भाग-दौड़ वाला कार्य अथवा यात्रा आदि करनी हो तो इस योग में नहीं करनी चाहिए। वरना परिणाम बहुत ही बुरे हो सकते हैं। मान्यता है कि सोमवती अमावस्या के दिन व्रत रखने से भक्त की सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं। इस दिन पीपल के पेड़ की परिक्रमा करना शुभ फलकारी माना गया है।