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इस साल शुक्रवार 10 सितंबर 2021 को विनायक चतुर्थी का त्योहार है। कोरोना काल में गणेश चतुर्थी का प्रव बहुत ही धीमधाम से मनाया जा सकता है। बताया जाता है कि भगवान का गणेश चतुर्थी की मध्याह्न में अवतरण हुआ था। इसे कलंक चतुर्थी और शिवा चतुर्थी भी कहते हैं। शास्त्रों में बताया गया है कि चतुर्थी तिथि को चंद्रमा के दर्शन नहीं करने चाहिए। कहा जाता है कि चांद देखने से इस दिन पर झूठा कलंक लग जाता है।
मान्यता के मुताबिक श्रीकृष्ण को लगा था स्यमंतक मणि चुराने का है लेकिन अगर चंद्र को देख ही लिया तो कलंक चतुर्थी की कृष्ण-स्यमंतक कथा को पढ़ने या विद्वत्जनों से सुनने पर गणेश जी क्षमा भी कर देते हैं। इसके साथ ही हर दूज का चांद देखना भी जरूरी है, कलंक आदि से बचने के लिए।
गणेश जी की पूजा करने के लिए और अपनी मनोकामना पूरी करने के लिए विनायक कई उपाय बताते हैं। जैसे कि-
- शत्रुओं से रक्षा के लिए गणेश जी के पीली कांतिवाले स्वरूप का ध्यान करें।
- लाल रंग के गणेश जी बल-शक्ति प्रदान करते हैं।
- धन की इच्छा हो, तो हरे रंग के गणेश जी की पूजा करनी चाहिए।
- जिन्हें मोक्ष प्राप्त करना है, उन्हें सफेद रंग के गणेश जी की पूजा करनी चाहिए।
- लेकिन इन कार्यों में सफलता तभी मिलेगी, जब आप तीनों समय गणपति का ध्यान और जाप करेंगे।
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