हर साल की तरह इस साल भी बप्पा के आगमन की तैयारियां शुरू हो चुकी हैं। 10 दिन तक चलने वाले इस पर्व को देशभर में बड़ी धूम-धाम और खुशी के साथ मनाया जाता है। गणेश चतुर्थी के दौरान लोग बुद्धि, समृद्धि और सौभाग्य के देवता गणेश जी की मूर्ति को अपने घर में स्थापित करके उन्हें उनके मनपसंद भोग लगाते हैं। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार भगवान गणपति को मोदक बेहद प्रिय होते हैं। पर क्या आप इसके पीछे की वजह जानते हैं? अगर नहीं तो आइए जानते हैं आखिर क्यों भगवान गणेश को प्रिय है मोदक और क्या हैं इन्हें बनाने का आसान और टेस्टी तरीका।

पुराणों में मोदक का अर्थ खुशी बताया गया है। कहा जाता है कि भगवान श्रीगणेश हमेशा खुश रहा करते थे। उनके भक्त उन्हें विघ्नहर्ता के रूप में जानते हैं। गणपति अपने भक्तों के दुख और विघ्न दूर करके उन्हें खुशियां प्रदान करते हैं। यही वजह है कि गणेश चतुर्थी पर भगवान गणेश को प्रसन्न करने के लिए उन्हें मोदक का भोग लगाया जाता है। 

मोदक और गणपति को लेकर एक धार्मिक कथा काफी प्रचलित है। कथा के मुताबिक कहा जाता है कि एक बार गणेश जी और परशुराम जी के बीच युद्ध हुआ। इसमें गणपति का दांत टूट गया। दांत टूट जाने की वजह से उन्हें खाने में काफी परेशानी होती थी। उनकी परेशानी दूर करने के लिए मोदक बनाए गए। मोदक मुलायम और मुंह में आसानी से घुल जाते हैं इसलिए यह भगवान गणेश का प्रिय भोजन बन गए। 

मोदक की रेसिपी-

घर पर मोदक बनाने के इस आसान तरीके से आप झटपट बिना किसी दिक्कत के बप्पा को भोग लगाने के लिए मोदक तैयार कर सकते हैं। आइए जानते हैं कैसे बनाएं जाते हैं टेस्टी मोदक। 

मोदक की सामग्री-

भरने के लिए सामग्री के लिए-

-1 कप नारियल, कद्दूकस

-1 कप कद्दूकस किया हुआ गुड़ 

-एक चुटकी जायफल

-एक चुटकी केसर

मोदक का कवर तैयार करने के लिए-

-1 कप पानी

-2 टी स्पून घी

-1 कप चावल का आटा

मोदक को भरने के लिए सामग्री तैयार करने की विधि-

सबसे पहले एक पैन को गर्म करके उसमें कद्दूकस किया नारियल और गुड़ डाल दें। करीब 5 मिनट इस मिक्सचर को आंच पर चलाने के बाद इसमें जायफल और केसर भी डालकर 5 मिनट के लिए दोबारा मिक्सचर को पकाएं। अब इस मिक्सचर को आंच से उतारकर अलग रख दें।

मोदक तैयार करने का तरीका-

सबसे पहले एक गहरे बर्तन में पानी और घी डालकर उबाल लें। अब इसमें नमक और आटा डालकर अच्छी तरह मिलाएं। अब बर्तन को ढककर मिक्सचर को पकने के लिए छोड़ दें। जब मिक्सचर पक कर आधा रह जाए, तो एक स्टील की कटोरी पर थोड़ा सा घी लगाएं।

हल्का गर्म गूंथे हुए आटे को अच्छी तरह गूंथें। अब इसकी गोल छोटी-छोटी लोई बनाकर हल्का दबाएं। फूल के आकार में इसके किनारे तैयार कर लें। तैयार किया भरावण का मिश्रण बीच में रखकर चारों किनारों को मिलाकर अच्छे से बंद कर दें। अब इन सभी मोदकों को एक मलमल के कपड़े पर रखें। करीब 10 से 15 मिनट के लिए इन्हें भाप में पकाने के बाद सर्व करें।