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इस महिने में कई धार्मिक पर्व हैं। इस महिने में कई त्योहार हैं और अब जो
त्योहार हैं वह धन प्राप्ति के लिए हैं। ज्योतिष के मुताबिक 16 दिनों तक
मनाया जाने वाला महालक्ष्मी व्रत भी भाद्रपद की अष्टमी तिथि से आरंभ हो रहा
है। इस व्रत में मां लक्ष्मी का विधि-विधान से पूजन की जाती है। बता दें कि यह व्रत भाद्रपद मास के शुक्ल पक्ष की अष्टमी तिथि से शुरू होकर आश्विन मास के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को संपन्न होते हैं।
ऐसा कहा जाता है कि महालक्ष्मी व्रत करने से जीवन की समस्याएं दूर होती हैं और मां लक्ष्मी की कृपा से मन की मुरादें पूरी होती हैं। हिंदू धर्म में इस व्रत को काफी शुभ माना जाता है। धार्मिक मान्यता के अनुसार, इस व्रत में अन्न ग्रहण नहीं किया जाता है। 16वें दिन महालक्ष्मी व्रत का उद्यापन करते हैं।
महालक्ष्मी व्रत का महत्व
महालक्ष्मी व्रत का विधि-विधान से पूजन करने से सुख-समृद्धि की प्राप्ति होती है। जिस घर में महिलाएं इस व्रत को करती हैं, उस घर में पारिवारिक शांति बनी रहती हैं।
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