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माघ मास की पूर्णिमा तिथि का हिंदू धर्म में बहुत महत्व होता है। साल 2021 में माघ पूर्णिमा 27 फरवरी शनिवार को आएगी। धार्मिक मान्यताओं के मुताबिक माघ पूर्णिमा के दिन दान किया जाता है। कहा जाता है कि यह पूर्णिमा लगते फागन की पूर्णिमा होती है। मतलब कि इस दिन से फागन का महिना शुरू होता है और होलिका को रोपा जाता है। जानकारी के लिए बता दें कि इस दिन बत्तीस गुना ज्यादा फल की प्राप्ति होती है। इसलिए इसे बत्तीसी पूर्णिमा भी कहा जाता है।
इस दिन भगवान विष्णु और चंद्रदेव को समर्पित पू्र्णिमा तिथि के दिन लोग कुछ उपाय करते हैं। मतलब कि माघ मास की पूर्णिमा के दिन किसी पात्र में कच्चा दूध लेकर उसमें चीनी और चावल मिलाकर चंद्रमा को अर्घ्य देने से धन की बारिश होती हैं। मां लक्ष्मी की विधि-विधान से पूजा कर, पूजा के स्थान पर 11 कौड़ियां रखकर उनपर हल्दी से तिलक करते हैं। पूजा करने के बाद इन कौड़ियों को लाल कपड़े में बांधकर तिजोरी रखा जाता है जिससे मां लक्ष्मी प्रसन्न होती हैं।
माघ पूर्णिमा के दिन व्रत भी रखा जाता है। इस दिन चंद्रोदय के बाद पति-पत्नी को मिलकर गाय के दूध से चंद्रमा को अर्घ्य देते है। कहा जाता है कि ऐसा करने से दांपत्य जीवन सुखमय रहता है। पति पत्नि के बीच की दूरियां कम होती है और खुशहाल जीवन का मां का आर्शीवाद मिलता है। पूर्णिमा तिथि 26 फरवरी को 15:50 शुरू होकर 27 फरवरी को 13:45 पूर्णिमा तिथि खत्म होगी।
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